न्यूज डेस्क
बीबीसी की जिस डाक्यूमेंट्री ने भारत और अन्य देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है उसके बारे में कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि आप सच को चाहे जितना भी छिपा लो, सच तो सामने आकर ही रहता है। ध्यान दिला दें कि इंडिया- द मोदी क्वेस्चन नाम की इस डाक्यूमेंट्री का दूसरा भाग इंग्लैंड में स्थानीय समयानुसार आज रात 9 बजे जारी होने वाला है। पहला हिस्सा जारी हो चुका है और इसमें 2002 के दंगों के लिए तत्कालीन गुजरात सरकार को जिम्मेदार बताया गया है।
विदेश मंत्रालय ने इस डाक्यूमेंट्री पर कड़ा रुख अपनाया है और इसे प्रोपेगेंडा करार दिया है। इतना ही नहीं इस डाक्यूमेंट्री को शेयर करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इसी डाक्यूमेंट्री के बारे में जम्मू में हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी से सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा, “आप हमारे शास्त्रों को पढ़ें, भगवद गीता को पढ़ें या उपनिषदों को पढ़ें, उसमें आप देखेंगे, उसमें लिखा है कि सत्य छुपाया नहीं जा सकता। सच्चाई हमेशा सामने आती है। आप प्रतिबंध लगा सकते हैं, आप प्रेस को दबा सकते हैं, आप संस्थानों को नियंत्रित कर सकते हैं, आप सीबीआई, ईडी सभी चीजों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन, सच तो सच है। सत्य चमकता है। बाहर निकलने की उसकी आदत है। इसलिए कितना भी प्रतिबंध, दमन और डराने की कोशिश की जाए, सच को सामने आने से नहीं रोक सकते।”
ध्यान रहे कि राहुल गांधी लगातार बीजेपी और आरएसएस पर हमलावर रहे हैं। पिछले सप्ताह सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई थी कि केंद्र सरकार ने बीबीसी की डाक्यूमेंट्री को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ब्लॉक कर दिया है साथ ही इस डाक्यूमेंट्री के बारे में बात करने वाले ट्वीट्स को भी ब्लॉक करने का आदेश दिया है। विपक्षी नेताओं समेत तमाम लोगों ने इस कदम को सेंसरशिप करार दिया था।
इस डाक्यूमेंट्री के बारे में पूछे गए सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इससे दूसरे देशों के साथ भारत के रिश्ते प्रभावित होंगे। उधर इस डाक्यूमेंट्री के प्रसारित होने के बाद से ही बीजेपी नेता यह कहकर इसका विरोध कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय में अपना निर्णय सुना चुका है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर तो कई यूजर्स ने बीबीसी तक से सवाल किया कि वह विंस्टन चर्चिल पर बनाई गई विवादित डाक्यूमेंट्री दिखाने की हिम्मत करे।
बता दें कि इस डाक्यूमेंट्री का विरोध इंग्लैंड में पीएम सुनक ने भी किया है और अमेरिका ने भी ।भारत के 300 से ज्यादा दिग्गज ने भी इस डाक्यूमेंट्री की खिलाफत की है और कहा है कि यह सब भारत को कमजोर करने की कोशिश है ।और यह एकपक्षीय वृतचित्र भी है ।