न्यूज़ डेस्क : अयोध्या में बन रहे भगवान् श्रीराम मंदिर से भी बड़ा बिहार के चम्पारण में बन रहा विराट रामायण मंदिर का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। चम्पारण का यह मंदिर 2025 तक बनकर तैयार होना है। जानकारी के मुताबिक यह मंदिर अयोध्या मंदिर से पांच गुना बड़ा होगा और यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा। इस मंदिर की खाशियत यह है कि इस मंदिर में दुनिया के सबसे बड़े शिव लिंग को भी स्थापित किया जायेगा। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस मंदिर को लेकर कोई चर्चा नहीं है और काम भी तेजी से चल रहा है।
बिहार के मोतिहारी जिसे पूर्वी चम्पारण कहा जाता है के कैथवलिया में यह विराट मंदिर बन रहा है। इसकी शुरुआत 2012 में ही हो गई थी। चम्पारण का यह मंदिर पटना हनुमान मंदिर की अहम योजना है।जब भूमि पूजन की गई थी, उस वक्त के भाजपा विधायक सचिंद्र सिंह ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था, लेकिन जब पॉलिटिकल प्रभाव के कारण मंदिर के कार्य में व्यवधान उत्पन होने लगा तो पूर्वी आईपीएस अधिकारी और महावीर स्थान न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने राजनीत से दूर रहते हुए कार्य की आगे बढ़ाया।
यह मंदिर सवा सौ एकड़ जमीन में फैला हुआ। मंदिर का क्षेत्रफल 3.67 लाख वर्गफुट होगा। सबसे ऊंचा शिखर 270 फीट का होगा। 198 फीट का एक शिखर होगा। जबकि 180 फीट के चार शिखर रहेंगे। 135 फीट का एक शिखर और 108 फीट ऊंचाई के 5 शिखर होंगे। विराट रामायण मंदिर की लंबाई 1080 फीट और चौड़ाई 540 फीट है। जब मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा तो अयोध्या से जनकपुर की ओर जाते वक्त इसका दृश्य दिखाई देगा।
दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसकी खासियत है कि यह शिवलिंग सहस्त्र शिवलिंग होगा। इसमें हजार शिवलिंग की आकृति होगी। 1500 साल बाद ऐसे सहस्त्र शिवलिंग का निर्माण करवाया जा रहा है।
इसके पहले 800 ई. में सहस्त्र शिवलिंग का निर्माण किया गया था। काले ग्रेनाइट से बनने वाले इस शिवलिंग पर तीन मंजिला मंदिर के ऊपर तल से जलाभिषेक होगा। इस शिवलिंग का वजन 210 टन होगा। जबकि इसकी ऊंचाई 33 फीट और गोलाई 33 भी होगी। श्रद्धालु 33 फीट की ऊंचाई से सीधा महादेव को जल अर्पित कर पाएंगे।