न्यूज़ डेस्क
एक तरफ बेरोजगारी की मार है और युवाओं में निराशा का माहौल है लेकिन केंद्र सरकार नयी नियुक्ति से भाग रही है। इसी बीच आज केंद्र सरकार ने खाली पदों की जानकारी पेश की है। केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्री जीतेन्द्र प्रसाद ने राज्य सभा को बताया कि मौजूदा समय में सात लाख 70 हजार पद खाली पड़े हैं। मंत्री ने हालांकि सालाना रिपोर्ट में यह भी कहा कि एक मार्च 2021 तक विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में 9 लाख 79 हजार और 327 पद खाली पड़े थे।
मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि सबसे ज्यादा पद रेलवे में खाली हैं। यह करीब तीन लाख के करीब है। गृह मंत्रालय में 1.43 लाख पद खाली हैं जबकि डाक विभाग में 90 हजार 50 पद खाली हैं। राजस्वा विभाग में 80243 पद खाली हैं जबकि लेखा विभाग में 25934 पद खाली पड़े हुए हैं।
बता दे कि इससे पहले दिसंबर 2021 में वित्त मंत्री ने बताया था कि दिसंबर 2021 तक बैंको में कुल आठ लाख पांच हजार 986 पद मंजूर किये गए हैं जिनमे 41177 बैंक कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों ,आईआईटी और आईआईएम जैसे शैक्षणिक संस्थाओं में भी 10814 शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक़ देश के तीनो सेनाओं में करीब सवा लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। हालांकि सेना में भर्ती अभियान चल रहा है। बता दें कि पिछले साल जून महीने में पीएम मोदी ने कहा था कि 2023 के अंत तक करीब दस लाख लोगो की नियुक्तियां की जाएगी।
इधर इस साल के बजट में हालांकि रोजगार को लेकर कई तरह की बातें तो सरकार कर रही है लेकिन रोजगार का कोई खाका नहीं होने से युवाओं में भारी निराशा है। विपक्ष भी लगातरा रोजगार निर्माण को लेकर सरकार को घेर रहा है। माना जा रहा है कि चुकी यह चुनावी साल है इसलिए बड़े पैमाने पर युवाओं की नियुक्तियों के लिए सरकार अभियान चला सकती है।
जानकार मान रहे हैं कि जिस तरह से लोगों में निराशा के बादल हैं अगर इस बीच नौकरियों को लेकर सरकार सजग होती है और नियुक्तियां होती है तो निश्चित तौर पर देश की हालत सुधर सकती है और सरकार के प्रति लोगो का विश्वास भी बढ़ सकता है। ऐसा हुआ तो मोदी सरकार की वापसी की सम्भावना ज्यादा बढ़ सकती है।