न्यूज डेस्क
हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा में टीजीटी का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने समालखा के एक होटल से शिक्षक पात्रता परीक्षा की ऑनलाइन परीक्षा का पेपर सॉल्व करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को बुधवार देर शाम कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने होटल के कमरे से 17 लैपटॉप, दो माउस, 10 लैपटॉप चार्जर और एक बिजली का एक्सटेंशन बोर्ड और एक सफारी कार बरामद की है।
पानीपत के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन की टीजीटी की ऑनलाइन परीक्षा चल रही है। समालखा में एक होटल के कमरे में पांच युवक एप के जरिये पेपर हल करके परीक्षार्थियों को भेज रहे थे। आरोपियों से बरामद लेपटॉप और मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि यह एक बड़ा गिरोह है। पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने केंद्र सरकार की कुछ और परीक्षाओं में नकल कराने की बात मानी है। गिरोह का मास्टर माइंड हिसार के खांडा खेड़ी का कपिल है, जो रेलवे में जींद में कार्यरत है। वह 2020 में पीटीआई की परीक्षा में नकल कराने के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। उस पर हिसार में मुकदमा दर्ज है। पेपर हल करने वालों में दो हिसार के और एक भिवानी का है। ये प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। कपिल का एक साथी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार किये अन्य आरोपियों में मनबीर थींग सुजन सिंह अमृतसर, हरीकेश उमरा (हिसार), आनंद सिवानी (भिवानी) और प्रदीप चुल्ली कलां (हिसार) शामिल हैं। इनके खिलाफ समालखा थाने में केस दर्ज किया गया है।
10 से 12 लाख रुपये में तय होता है सौदा
एसपी ने बताया कि कपिल ही पेपर हल करने वालों को लाता था और उम्मीदवारों का चयन कर पैसों का लेन-देन करता था। वह परीक्षा पास करवाने के लिये 10 से 12 लाख रुपये में सौदा करता था। मनबीर पंजाब में लैब का काम देखता था। पुलिस को मंगलवार को प्रथम पारी की परीक्षा में पेपर हल करने की सूचना मिली थी। दूसरी शिफ्ट में छापा मारकर इन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सुबह की पारी में चार पेपर हल कर मनबीर व कपिल को दिये थे। गिरोह में बाकी के सदस्यों को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश है।