कल 29 जनवरी को ईडी ने आरजेडी सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से रेलवे की ग्रुप डी की नौकरी के बदले जमीन मामले में पटना में 10 घंटे लंबी पूछताछ की। इस दौरान लालू के परिवारजनों खासकर मीसा भारती और रोहिणी आचार्य ने ईडी पर लालू प्रसाद के स्वास्थ्य की अनदेखी करने और उनके साथ किसी को भी सहायता के लिए ईडी कार्यालय के अंदर न जाने देने को लेकर कई कड़े आक्षेप किए थे। इसके दूसरे ही दिन आज मंगलवार को रेलवे की ग्रुप डी की नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की बारी थी।इसके लिए तेजस्वी यादव समय पर ईडी कार्यालय पहुंच गए जहां ईडी अधिकारी उनसे पूछताछ कर रही है।
ईडी कार्यालय के बाहर उमड़ा आरजेडी कार्यकर्ताओं का हुजूम
तेजस्वी यादव के ईडी कार्यालय पहुंचने से पहले राज्यसभा सदस्य और राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने जांच एजेंसी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं कि प्रवर्तन निदेशालय ने 19 जनवरी को ही लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में पूछताछ के समन भेजा था जिसके आलोक में वे आज ईडी कार्यालय पहुंचे हैं। ईडी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने पूछ कि ईडी सबकी तलाश करेगा।कल लालू प्रसाद यादव के साथ क्या हुआ और आज तेजस्वी यादव के साथ क्या हो रहा है,जनता इसे देख रही है।तेजस्वी यादव के ईडी कार्यालय पहुंचने से पहले ही आरजेडी कार्यकर्ताओं का हुजूम वहां पहुंचा हुआ है।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम मामला
लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते हुए 2004 से 2009 के बीच विभिन्न रेल मंडलों में जमीन लेकर कई लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी गई थी। नौकरी लेने वालों से जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एक के इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम करवाई गई थी। ईडी ने पहले एक बयान में दावा किया था कि कत्याल इस कंपनी के निदेशक थे। कंपनी का पंजीकृत पता डी 1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी नई दिल्ली है,जो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों का घर है।
राबड़ी देवी के पूर्व कर्मी ने घूस के रूप में ली थी संपत्ति
सोमवार को ईडी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के गौशाला के एक पूर्व कर्मचारियों ने रेलवे में नौकरी की इच्छुक एक व्यक्ति से संपत्ति हासिल की और बाद में इसे उनकी बेटी हेमा यादव को हस्तांतरित कर दिया। ईडी ने एक बयान में कहा कि सीबीआई की प्राथमिकी और आरोप पत्र के अनुसार अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत के रूप में भूमि हस्तांतरित करने के लिए कहा गया था। ईडी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों में रावड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव जिन्हें अभियोजन की शिकायत में आरोपी बनाया गया था, उन्हें अभ्यर्थियों के परिवारों से नाम मात्र रुपए में रुपए के बदले जमीन मिली थी।