बीरेंद्र कुमार
जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के बीच की खींचतान से बिहार में एक अलग सियासी लकीर खींचती नजर आ रही है। तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के गठबंधन में दरार की खबरों के बीच इस जोड़ी के टूटने की संभावनाओं को आंच मिल रही है। यह आंच किसी दूसरे दल से नहीं बल्कि इन्हीं दोनों दलों के नेता दे रहे हैं। दरअसल, नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद साथियों में से एक माने जाने वाले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान से बिहार की राजनीति में बवाल मच गया है।
इस कारण मिल रहा आशंकाओं को बल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सुधाकर सिंह की विवादित बयान और ‘रामचरितमानस’ के बारे में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की विवादित बयान के सवाल पर जवाब देते हुए जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा रामचरित मानस के विरुद्ध जनमानस को भड़काने वाले बयान दिया जाता है और सुधाकर सिंह द्वारा नीतीश कुमार को नाइट वॉचमैन तक कहा जाता है, फिर भी आरजेडी का शीर्ष नेतृत्व न तो शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर करवाई करता है और न ही पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह पर कार्रवाई करता है।
आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व की इस कारगुजारी से इस कयास को मजबूती मिल रही है कि लालू यादव की आरजेडी पार्टी ने बीजेपी के साथ अंदर ही अंदर कोई डील कर ली है।
कुशवाहा ने तेजस्वी यादव को किया लपेटे में
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि’तेजस्वी यादव खुद कह चुके हैं कि सुधाकर सिंह का बर्ताव बीजेपी के लिए मददगार साबित होगा।चंद्रशेखर ने राजनीति के विमर्श को रामचरितमानस पर बयान देकर उसके इर्द-गिर्द केंद्रित कर दिया है। अगर ये विवाद जारी रहा तो इसमें कोई दो राय नहीं कि इससे बीजेपी को लाभ होगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा,’सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के खिलाफ पार्टी की तरफ से कार्रवाई के लिए यह उचित समय है। इन दोनों नेताओं ने बिहार में आरजेडी-जेडीयू के गठबंधन को शर्मसार किया है। अगर तेजस्वी अपने इन नेताओं पर लगाम नहीं लगाते हैं, जो बीजेपी की मदद कर रहे हैं तो बीजेपी के साथ सीक्रेट डील वाली बात की सही होती नजर आ रही है।
उपेंद्र कुशवाहा के बयान से आरजेडी नाराज
इस पूरे मामले पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जो लोग बीजेपी के साथ समझौता का आरोप लगाते हैं, उन्हें खुद आईना में अपना चेहरा देखना चाहिए।