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जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग:आतंकियों ने आधार से पहचाना, फिर चार हिंदुओं को मार डाला

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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का सिलसिला जारी है। नकाबपोश दो आतंकियों ने रविवार को नियंत्रण रेखा से सटे राजोरी जिले के डांगरी गांव में अंधाधुंध फायरिंग कर चार हिंदुओं की हत्या कर दी। छह लोग घायल हुए हैं। इनमें से तीन की हालत गंभीर है उन्हें एयरलिफ्ट कर जम्मू जीएमसी में भर्ती किया गया है। लश्कर ए ताइबा से जुड़े आतंकी संगठन टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली है। सेना और पुलिस ने पूरे इलाकेे की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।

मृतकों की पहचान दीपक कुमार, पूर्व सैनिक सतीश कुमार, शिवपाल उर्फ आशीष कुमार और प्रीतम लाल के रूप में हुई है। सभी डांगरी के रहने वाले और आपस में रिश्तेदार हैं। डांगरी राजोरी से करीब आठ किलोमी​टर दूर है।

आतंकिया ने तीन घरों को बनाया निशाना

जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि गांव में दो हथियार बंद लोगों ने ग्रामीणों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई। तीन घरों को निशाना बनाकर फायरिंग की गई जो एक दूसरे से 50 मीटर की दूरी पर हैं। चश्मदीदों के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब 7 बजे आतंकी सबसे पहले एक घर में घुसे और सदस्यों के आधार कार्ड देखने के बाद फायरिंग शुरू कर दी। उसके बाद आतंकियों ने नजदीकी दो अन्य घरों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की। आतंकी फायरिंग करने के बाद फरार हो गये।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की हमले की निंदा

 जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को राजौरी जिले के डांगरी गांव में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और मारे गए प्रत्येक नागरिक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।एलजी के कार्यालय ने ट्वीट किया, मैं राजौरी में कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें सख्त सजा मिलेगी। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

उन्होंने ट्वीट में कहा, नृशंस हमले में शहीद हुए प्रत्येक नागरिक के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी। गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे। अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

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