न्यूज डेस्क
चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर के सहयोगी रहे सुनील कनूगोलू इस बार मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति तैयार करेंगे । जानकारी के मुताबिक सुनील अपने दल बल के साथ भोपाल पहुंच गए हैं और उनके लिए अलग से वार रूम भी तैयार हो चुका है। खबर है कि कांग्रेस किसी भी सूरत में इस बार एमपी में चुकने को तैयार नहीं है ।
मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस 2023 में चुनाव जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। खासकर 2018 में सरकार बनाने के बाद 2020 में जो भी कुछ हुआ, उसका बदला लेने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हरसंभव कोशिश करते दिख रहे हैं। 2023 की चुनावी रणनीति को धार देने कमलनाथ ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के करीबी सुनील कनुगोलू को जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके लिए भोपाल में कांग्रेस सांसद नकुल नाथ के बंगले को वॉर रूम बनाया है। 100 लोगों की टीम सर्वे करेगी। जमीनी हकीकत का पता लगाएगी। पार्टी की जिलों में स्थिति का पता करेगी। कांग्रेस विधायकों की स्थिति के साथ ही जनता का फीडबैक लेगी। सरकार की योजनाओं को लेकर फीडबैक लेगी। इसके बाद कांग्रेस के कैम्पेन को धार देने और भाजपा पर हमले करने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। 100 लोगों की यह टीम सोशल मीडिया के साथ ही कांग्रेस के अभियान की दशा-दिशा तय करेगी।
2014 में भाजपा के लिए प्रशांत किशोर और सुनील कनुगोलू ने ही मिलकर ही रणनीति तैयार की थी। इसके बाद दोनों अलग हो गए थे। सुनील कनुगोलू बहुत लो-प्रोफाइल रहते हैं। मूलत: कर्नाटक में बेल्लारी के रहने वाले हैं। वह भाजपा के प्रचार अभियान से जुड़े संगठन एसोसिएशन ऑफ ब्रिलियंट माइड्स के संस्थापक हैं। अभी वह माइंडशेयर एनालिटिक्स का नेतृत्व कर रहे हैं। 14 चुनावों में रणनीति बना चुके कनुगोलू ने एक साल पहले औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ली थी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता का श्रेय भी कनुगोलू को दिया जाता है।
प्रोफेशनल से सलाह लेने के मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि चुनाव मुद्दों, कार्यकर्ताओं और जनता के आशीर्वाद से जीता जाता है। किसी भी प्रोफेशनल की मदद से चुनाव नहीं जीते जाते। कांग्रेस किसी भी रणनीतिकार से सर्वे कराकर रणनीति बना लें। 2023 में भाजपा की ही सरकार बन रही है।