पटना (बीरेंद्र कुमार): बिहार के पूर्व कृषिमंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह के बयान पर बिहार की राजनीति काफी गरमा गई है।आरजेडी को अब हर तरफ से घेरा जा रहे है । हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने भी अब सुधाकर सिंह के बयान को लेकर आरजेडी से बड़ी मांग कर दी है। जीतन राम मांझी की इस मांग से डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मुश्किल बढ़ गई है। जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर सुधाकर सिंह पर कार्रवाई की मांग की है।
सुधाकर सिंह की आत्मा बीजेपी के साथ’
जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर लिखा- “माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी पर अभद्र टिप्पणी करके सुधाकर सिंह ने साबित कर दिया है कि भले ही वह राजद में हों, पर उनकी आत्मा आज भी अपने पुराने दल बीजेपी के साथ ही है। ऐसे में आरजेडी के शीर्षस्थ नेता की जवाबदेही बनती है कि वे अविलंब सुधाकर सिंह पर कारवाई करे। यही गठबंधन धर्म का पालन करना होगा।
मांझी से पहले कुशवाहा ने की थी सुधाकर सिंह को समझाने की बात
सुधाकर सिंह की ओर से नीतीश कुमार को लेकर दिए गए बयान पर जीतन राम मांझी से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्वी यादव से अपील की है। उन्होंने कहा है कि “तेजस्वी जी, जरा गौर से देखिए-सुनिए अपने एक माननीय विधायक के बयान को और उन्हें बताइए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है। वे उस शख्सियत को “शिखंडी” कह रहे हैं जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की “मर्दानगी” दिखाई थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे। ऐसे बयानों से प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता एवं वर्तमान जद (यू) और तत्कालीन समता पार्टी के उन हजारों कार्यकर्ताओं की भावना को चोट पहुंचती है जिन्होंने उस दौर में नीतीश कुमार का साथ-सहयोग दिया, कुर्बानी दी।”
सुधाकर सिंह का बयान जिसपर बिहार में मचा है घमासान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सुधाकर सिंह ने कहा था कि तेजस्वी यादव आज बिहार के मुख्यमंत्री नहीं हैं, इसके लिए नीतीश कुमार दोषी हैं। नीतीश कुमार’ नाइट वॉचमैन’ के रूप में आए थे कि दो चार महीने वह मुख्यमंत्री रहेंगे और फिर तेजस्वी यादव को सीएम बना देंगे। आज चार से पांच महीना होने जा रहा है लेकिन तेजस्वी यादव सी एम नहीं बन पाए तो इसके लिए दोषी नीतीश कुमार हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि आप तेजस्वी यादव को सी एम क्यों नहीं बनने दे रहे हैं।