न्यूज डेस्क
देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा हुआ है। बुधवार को दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 355 दर्ज किया गया। इस समय दिल्ली की हवा इतनी खराब हो चुकी है कि सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। इससे बच्चों और बुजुर्गों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ आज दिल्ली में धुंध का कहर भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक विजिबिलिटी भी बहुत कम है। एक्यूआई के बढ़ने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। साथ ही आंखों में जलन होने से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली के कई इलाकों में जहरीली हवा चल रही है, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार 12 नवंबर को अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 4.3 डिग्री ज्यादा है। जबकि न्यनूतम तापमान 17.9 डिग्री दर्ज किया जो सामान्य से चार डिग्री ज्यादा है. बुधवार को अधिकतम तापमान 32 रहने का पूर्वानुमान है। जबकि न्यूनतम तापमान 16 डिग्री रहने का अनुमान है।
लगातार 15वें दिन बहुत खराब रही दिल्ली की वायु गुणवत्ता
दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) आज (13 नवंबर) भी लगातार 15वें दिन भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही और सुबह 6 बजे एक्यूआई 344 दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 30 अक्टूबर से लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी में 30 अक्टूबर को एक्यूआई 307 दर्ज किया गया था। वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण 15.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ वाहनों से निकलने वाला धुंआ रहा। इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया जाने वाला 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 334 रहा, जबकि सोमवार को यह 354 था।
कोहरा और स्मॉग में क्या अंतर है?
कोहरा और स्मॉग दोनों का ही संबंध आसमान में छाने वाले धुंध से है, लेकिन दोनों में काफी अंतर है। हवा में तैरती पानी की बहुत ही महीन बूंदों से फॉग बनता है। लेकिन, स्मॉग धुएं और प्रदूषण का मिश्रण होता है। इसके अलावा कोहरे का रंग सफेद होता है, जबकि स्मॉग हल्का ग्रे या भूरा हो सकता है। मौसम ठंडा होने और आद्रता बढ़ने की वजह से आसमान में कोहरा बढ़ता है, जबकि स्मॉग तापमान गिरने के बाद प्रदूषण के बढ़ने से बनता है।