विकास कुमार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। शरद पार ने कहा कि इंडिया राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता बरतेगा कि इसके सहयोगी साझेदारों के बीच कोई विवाद न हो। इन राज्यों में राजस्थान और मध्य प्रदेश भी शामिल हैं। जहां कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जब चुनाव नजदीक हों तो ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच मतभेदों से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, हम गठबंधन से निष्पक्ष नेताओं को भेजकर मुद्दों को हल कर लेंगे,हम यह सुनिश्चित करने के लिए एहतियात बरतेंगे कि इन राज्यों में गठबंधन के साझेदारों के बीच कोई विवाद न हो। यह प्रक्रिया अगले आठ से 10 दिन में शुरू होगी।
कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में कुछ सीटों पर दावा किया है,लेकिन ममता दीदी यहां किसी पार्टी को कोई तवज्जो देने के मूड में नहीं हैं। वहीं मराठा छत्रप शरद पवार ने मराठा आरक्षण और प्याज पर निर्यात शुल्क जैसे मुद्दों पर भी बात की है। पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार ने इस मुद्दे का समाधान करने का वादा किया है। पवार ने कहा कि ये देखना होगा कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में क्या निर्णय लेती है।
वहीं प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाए जाने पर भी शरद पवार ने बयान दिया है, उन्होंने कहा कि यह किसानों के साथ अन्याय है। पवार ने कहा कि यह हमारी मांग रही है कि इस निर्यात शुल्क को वापस लिया जाए। इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। आशा करते हैं कि उस बैठक से कुछ सकारात्मक निकलेगा,अन्यथा किसानों के बीच की बेचैनी को नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा।
विपक्षी इंडिया गठबंधन की दशा दिशा तय करने में शरद पवार की सबसे अहम भूमिका रहेगी,क्योंकि इंडिया गठबंधन के दलों में सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझाना बेहद कठिन चुनौती है। शरद पवार ही इस चुनौती का हल निकाल सकते हैं।