Homeदेश20 अक्टूबर के बाद देश में रैपिड रेल दौड़ने को तैयार !

20 अक्टूबर के बाद देश में रैपिड रेल दौड़ने को तैयार !

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न्यूज़ डेस्क

 देश में रैपिड रेल अब दौड़ने को तैयार है। इस ट्रैन को मिनी बुलेट ट्रैन भी कहा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यह ट्रैन 20 अक्टूबर से शुरू हो सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ हालांकि अभी इस ट्रैन के उद्घाटन की तारीख तय नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन कर सकते हैं। उद्घाटन की पूरी तैयारी चल रही है। खबर के मुताबिक 20 अक्टूबर के बाद दस रैपिड एक्सप्रेस दौड़ने लगेगी। गुजरात से 10 ट्रेनें गाजियाबाद आ चुकी हैं। करीब 160 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ने वाली ट्रेन पहले फेज में करीब 17 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसके लिए 5 स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई में बनाए गए हैं।                   
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन यानी एनसीआरटीसी  के अनुसार, रैपिड रेल से दिल्ली और मेरठ को जोड़ा जाएगा। मेरठ से दिल्ली और दिल्ली से मेरठ आने-जाने वाले लोगों का टाइम और पैसा दोनों बचेगा। 2 तरह की रैपिड रेल दौड़ेंगी। एक ट्रेन मोदीपुरम से बेगमपुर-प्रतापपुर होते हुए दिल्ली के सराय काले खां जाएगी, जो रैपिड रेल कहलाएगी। दूसरी मोदीपुरम से बेगमपुर होते हुए प्रतापपुर जाएगी, जिसका नाम मेरठ मेट्रो होगा। हर 10 से 15 मिनट में ट्रेन आती-जाती रहेगी। ट्रेन 40 से 55 मिनट में उनके स्टॉपेज तक पहुंचा देगा। इस ट्रेन में हर रोज करीब 7 से 8 लाख लोगों के सफर करने की उम्मीद है। टिकट के लिए वेंडिंग मशीन स्टेशनों पर लगाई गई हैं। टिकट काउंटर से भी ले सकेंगे। किराया तय होते ही मशीनों में रेट अपलोड हो जाएंगे।
                        अधिकारियों के अनुसार, रैपिड रेल हवाई जहाज जैसे सफर का अहसास कराई जाएगी।  इसके लिए स्टेशन मोर पंख के डिजाइन में होंगे, जो बाहर से नीले रंग के शेड में नजर आएंगे। स्टेशन की छतों के दोनों किनारे ऐसे उठे होंगे कि वे ट्रेन की स्पीड का प्रतीक होंगे। स्टेशनों पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगी हैं। टिकट वेंडिंग मशीनें  लगी हैं। सभी स्टेशन जमीन से करीब 50 से 100 फीट ऊंचाई पर बने हैं। ट्रेन 6 कोच और आमने-सामने बैठने के लिए 2×2 सीटें होंगी। यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे। एनर्जी की भी बचत होगी।ऑटोमेटिक प्लग-इन डोर, खोलने-बंद करने को पुश बटन होंगे। हर स्टेशन पर सभी दरवाजों को खोलने की जरूरत नहीं होगी। मुफ्त वाईफाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, सामान रखने की जगह होगी।
                  रैपिड रेल में इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा। एक कोच महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगा। प्रत्येक कोच में 10-10 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व की जाएंगी। महिला कोच की एंट्री गेट पर मार्शल तैनात रहेंगे, ताकि कोई पुरुष न जाने पाए। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए जाएंगे। हर कोच में एक स्ट्रेचर होगा। दिव्यांगों के लिए सीटें अलग से है।

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