झारखंड में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। मंगलवार को राजधानी रांची के कुछ इलाकों में ईडी की टीम छापेमारी करने पहुंची है।प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम कोकर और अशोकनगर इलाके में छापेमारी कर रही है। कोकर के अयोध्यापुरी में जमीन कारोबारी रमेश ग्रुप के यहां ईडी की टीम ने छापा मारा है रमेश को बडगायी अंचल के सीआई भानु प्रताप प्रसाद का करीबी बताया जा रहा है।इसके अलावा जिन अन्य लोगों के ठिकाने पर ईडी छापेमारी कर रही है वे सभी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अभिषेक प्रसाद के करीबी है।
बडगायी अंचल की जमीन से जुड़ा है मामला
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम इस समय जमीन घोटाला की जांच के लिए निकली है। गौरतलब है की जमीन घोटाला से जुड़े मनी लांड्रिंग के जिस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया है,वह जमीन बड़गायी अंचल की ही है। बड़गायी अंचल की 8. 5 एकड़ जमीन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया है। हेमंत सोरेन अभी ईडी के गिरफ्त में ही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप से पूछताछ जारी
बडगायी अंचल की 8.5 एकड़ जमीन मामले में राजस्व निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद भी ईडी के गिरफ्त में है। भानु प्रताप प्रसाद इस समय ईडी की रिमांड पर है।उनसे भी पूछताछ जारी है।मंगलवार को भानु प्रताप की रिमांड अवधि खत्म हो रही है। आज उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा ईडी उनकी रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग कर सकती है। उल्लेखनीय है कि भानु प्रताप प्रसाद के घर पर ईडी की छापेमारी और उसके मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर ईडी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भानु प्रताप प्रसाद सहित अन्य को आरोपी बताते हुए मामला दर्ज किया था। इसी मामले में 3 फरवरी से हेमंत सोरेन से ईडी अपने कार्यालय में पूछताछ कर रही है।
बड़गायी अंचल की जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाने की थी तैयारी
ईडी की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आर्किटेक्ट विनोद सिंह के बीच व्हाट्सएप चैट के सबूत मिले हैं। रिमांड पिटीशन में ईडी ने इस बात का भी जिक्र किया है कि बड़गायी अंचल की विवादित 8.5एकड़ जमीन पर इनकी बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना थी।
बड़गायी अंचल की जमीन मामले में ही आईएएस छविरंजन हुए थे गिरफ्तार
गौरतलब है की झारखंड के आईएएस छविरंजन की गिरफ्तारी भी बड़गायी अंचल की जमीन मामले में ही हुई थी ।उन्हें 4 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। फिलहाल वे जेल में बंद है। ईडी की जांच में पता चला की बड़गायी अंचल में होने वाले नाजायज कमाई से रांची के तत्कालीन उपायुक्त छविरंजन को हर महीने दो से ढाई लाख रुपए मिलते थे। यानी सिर्फ एक अंचल से ही हर साल उन्हें करीब 25 लाख रुपए मिलते थे। उधर सेना की जमीन और चेशायर होम रोड की जमीन के मामले में हुई जालसाजी में मदद करने के लिए तैय रिश्वत की रकम में जमीन दलाल अफसर अली उर्फू आफसू खान ने प्रेम प्रकाश से घुस के एक करोड रुपए एडजस्ट कर लिए। अफसर अली की 1.5 करोड रुपए प्रेम प्रकाश के पास बकाया थे। जलसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री के मामले में जारी जांच के दौरान ईडी को इन तथ्यों की जानकारी मिली है।