विकास कुमार
बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का मुद्दा जोर शोर से उठा दिया है। राम मंदिर के नैरेटिव का सेंटर उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर राम मंदिर के निर्माण का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए राहुल गांधी इस नैरेटिव का काउंटर करने की कोशिश करेंगे। राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ सबसे ज्यादा दिन तक उत्तर प्रदेश में ही रहेंगे। यहीं पर वह सबसे लंबा सफर तय करेंगे। राहुल गांधी को उम्मीद है कि इस यात्रा से यूपी में कांग्रेस की छवि को बदला जा सकेगा।
राहुल गांधी अपने यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के धर्मस्थलों में भी जाएंगे। इससे ये सन्देश जाएगा कि, कांग्रेस धर्मविरोधी या हिन्दू विरोधी नहीं है। राहुल गांधी की कोशिश होगी कि वे लोगों को ये संदेश दें कि कांग्रेस सभी धर्मों में समान आस्था रखती है। राहुल गांधी यात्रा के दौरान रोटी, कपड़ा, मकान, खेत खलिहान,गरीबी और रोजगार जैसे मुद्दे भी उठाएंगे। इसके साथ ही राहुल गांधी मोदी सरकार पर चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाना जारी रखेंगे।
राम मंदिर और हिंदुत्व पर बीजेपी की नैरेटिव को राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान तोड़ने की कोशिश करेंगे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गरीब, किसान, पिछड़े वर्गों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय से जोड़ेंगे। इस दौरान राहुल गांधी मोदी सरकार के जो वादे पूरे नहीं हुए वो तो गिनाएंगे ही, साथ ही अपने हिसाब से हर क्षेत्र में मोदी सरकार की नाकामयाबियों को अपने भाषण में जोर-शोर से उठाएंगे।
बीजेपी के राम मंदिर के नैरेटिव का केंद्र यूपी है, तो वहीं राहुल की यात्रा सबसे ज़्यादा दिन तक और सबसे ज़्यादा लंबा सफर यूपी में ही तय करेगी। इस दौरान राहुल गांधी, इंडिया गठबंधन के साथियों, सिविल सोसाइटी के लोगों और कला जगत की हस्तियों को भी खुला न्योता दे रहे हैं। इससे राहुल गांधी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नैरेटिव को जनता तक पहुंचा सकेंगे। हालांकि वक्त ही बताएगा कि राहुल गांधी अपने मकसद में किस हद तक कामयाब होंगे।