लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वे मार्शल आर्ट करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने यह बताया है कि वे जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर थे उस वक्त वे हर शाम जिउ जित्सु और एकिडो का अभ्यास करते थे।राहुल गांधी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर इस वीडियो को शेयर किया था।उनका कहना है कि वे वीडियो के जरिए युवाओं को इन जेंटल आर्ट से परिचित कराना चाहते हैं, लेकिन यहां बड़ा सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी का उद्देश्य बस इतना ही है या फिर बदले अंदाज में राहुल कुछ और करना चाह रहे हैं,क्योंकि कुछ समय पूर्व इन्होंने जम्मू कश्मीर की लड़कियों के बीच अपनी शादी की योजना का खुलासा वाला वीडियो जारी किया था।कहीं ये 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर तो ऐसा नहीं वकार रहे है!
2024 के लोकसभा चुनाव के समय से ही यह कहा जा रहा है कि राहुल गांधी बदल रहे हैं और अब उनकी राजनीति मैच्योर हो गई है।वे देश के मुद्दों को समझ रहे हैं और उसके अनुसार बिहेव कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह जातिगत जनगणना के मुद्दे को उन्होंने बार-बार उठाया है,उसे देख उनकी प्रतिद्वंदी स्मृति ईरानी ने भी यह कहा कि राहुल गांधी अलग तरह की राजनीति कर रहे हैं।
राहुल गांधी के बदले हुए अंदाज का राजनीतिक विश्लेषण किया जाय तो लगता है कि राहुल गांधी अपने इस बदले हुए अंदाज के जरिए लोगों का नजरिया अपने प्रति बदलने में लगे हुए हैं। जहां तक बात उनके वर्तमान वीडियो की की जाय तो राहुल गांधी की स्पोर्ट्स में बहुत रुचि है।वे शुरू से ही मार्शल आर्ट, स्वीमिंग, फुटबाॅल, एडवेंचर टूरिज्म और विपश्यना में रुचि लेते हैं। पिछले कुछ समय से राहुल गांधी युवाओं के साथ जिन वीडियो को शेयर कर रहे हैं उसमें कुछ समय पहले उनका व्याह को लेकर फिलहाल कोई योजना नहीं होने जैसी कश्मीरी लड़कियों के साथ हुई बातचीत वाला वायरल वीडियो भी शामिल है।
ऐसी विडियो से राहुल गांधी यह दिखाने का प्रयास कर रहे हैं कि अब उनके अंदर आत्मविश्वास आ गया है।वे युवाओं के मुद्दों पर नजर रख रहे हैं और उनके जरिए सरकार पर निशाना साध रहे हैं। और सबसे बढ़कर जिस सोशल मीडिया पर कभी पप्पू कहकर उनका सबसे ज्यादा तिरस्कार हुआ था, उसी सोशल मीडिया का उपयोग वे अपनी बातों को रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं।
राहुल गांधी के उस स्पोर्ट्स में ब्लैक बेल्ट या ब्लू बेल्ट होल्डर होने जिसे अपने देश में भी खेल का दर्जा प्राप्त नहीं है या उनके पास फिलहाल अपनी शादी के प्लान को लेकर कोई योजना नहीं है,जैसे बयानों की विडियो वाली जिस तरह की राजनीति वे कर रहे हैं, उसका असर जनता पर क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही तय करेगा, लेकिन अगर इसे 2029 के लोकसभा चुनाव से जोड़ा जाए, तो यह कहा जा सकता है कि 2029 में राहुल गांधी 60 वें साल में प्रवेश जाएंगे और अगर तब तक ये जनता मैं पैठ बनाकर नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए सर्वाइवल का खतरा उत्पन्न नहीं कर पाएंगे,तो भविष्य की राजनीति में इनके लिए एक ठहराव या उससे भी बढ़कर गिरावट की स्थिति आ जाएगी। और फिर इसका फायदा उठाने के लिए इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दल के नेता इन्हें रिप्लेस कर खुद प्रमुख हस्ती बनने का प्रयास कर सकते हैं। यहां तक कि कांग्रेस के भी कुछ महात्वकांछी नेता राहुल गांधी को नेपथ्य में डालकर खुद को राजनीति में स्थापित करने जैसा दांव चल सकते हैं। ऐसे में राहुल गांधी इस समय जो भी मुद्दा उनके सामने आता है, उस मुद्दे को लपक कर उसकी राजनीति करने में जुट जाते हैं , भले ही उनकी ऐसी राजनीति का दूरगामी प्रभाव उनपर ,उनकी पार्टी पर, विपक्षी पार्टी पर ,समाज पर या देश पर कुछ भी क्यों न पड़े।
अब आइए जानें उन खेलों के बारे में जिसे लेकर राहुल गांधी ब्लैक बेल्ट और ब्लू बेल्ट होल्डर होने की बात कर रहे हैं।इसमें से एक ‘जिउ जित्सु’ जापान की प्राचीन कला है।जिउ जित्सु का शाब्दिक अर्थ होता है कोमल कला। इसलिए इसे जेंटल आर्ट भी कहते हैं, इसका उपयोग आमतौर पर सेल्फ डिफेंस के लिए किया जाता है। जिउ जित्सु के जरिए अपनी आंतरिक ताकत को विकसित किया जाता है।
एकिडो भी एक जापानी मार्शल आर्ट ही है।इसका उपयोग सेल्फ डिफेंस के लिए तो किया जाता ही है, इसके जरिए हमलावर पर हमला भी किया जा सकता है।एकिडो को कई शैलियों में बांटा गया है जिसमें इवामा रियु, इवामा शिन,शिन ऐकी शूरेन काई प्रमुख हैं।