अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जिस प्रकार से पूरा देश राममय होता चला जा रहा है,, उसे देखते हुए इंडिया विपक्षी गठबंधन के जिन घटक राजनीतिक दलों ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम को बीजेपी का कार्यक्रम बताते हुए बहिष्कार किया है, उनके नेताओं को भी किसी ने किसी प्रकार से सॉफ्ट हिंदुत्व का सहारा लेना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने तो पहले ही अपने आप को हनुमान भक्त बताते हुए दिल्ली की सभी विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को आम आदमी पार्टी के सांसदों, विधायकों ,पार्षदों और प्रमुख नेताओं द्वारा सुंदरकांड और राम और हनुमान चालीसा पाठ का निर्देश दे दिया है, तो वही अब इंडिया गठबंधन के घटक दल की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुखौटा लगाए हनुमान के नए अवतार के रूप में दिख रहे हैं, ताकि हिंदू वोट कांग्रेस से बिदककर बीजेपी के पक्ष में न चला जाए।
असम के माजुली द्वीप में राहुल गांधी ने पहना हनुमान का मुखौटा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का यह नया अंदाज उनके नेतृत्व में चलाए जा रहे भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उस समय देखने को मिला जब की उनका यह काफिला असम से गुजर रहा था।अपने इस नए अंदाज में वे हनुमान जी का मुखौटा लगाए हुए थे और हाथ में गधा पकड़े हुए थे। कांग्रेस नेता की यह तस्वीर ऐसे समय सामने आई है, जबकि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय बिल्कुल नजदीक आ गया है और पूरे भारत का माहौल राममय नजर आने लगा है। दरअसल शुक्रवार को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम के जोरहाट जिले से शुरू हुई और राहुल गांधी नाव पर सवार होकर निमती घाट से माजुली द्वीप पहुंचे।यहां राहुल गांधी ने श्री श्री औनियाती सत्र में पूजा अर्चना की। इसके बाद वे राज्य के लोक कलाकारों से मिले।इस दौरान राहुल गांधी ने उनकी ओर से बनाया गया भगवान हनुमान का मुखौटा पहनना और हाथ में गदा पकड़ कर पोज दिया। राहुल गांधी की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
धर्म की बात करने की जगह राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना
असम के माजुली द्वीप में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान भले ही राहुल गांधी ने हनुमान जी का मुखौटा पहनना और हाथ में गदा लेकर रामभक्त हनुमान होने का पोज दिया, लेकिन यहां भी उन्होंने धर्म की बात नहीं की, बल्कि बात राजनीति की ही की। एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस मूल निवासियों के तौर पर संसाधनों पर आदिवासियों के अधिकारों को मान्यता देती है। उन्होंने कहा कि हम आपको आदिवासी कहते हैं,जिसका अर्थ आदिकाल से रहने वाले, जबकि बीजेपी आपको वनवासी कहती है जिसका अर्थ है वन में रहने वाले लोग।राहुल गांधी ने इस द्वीपीय जिला माजुली में आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि जो आपका है, उसे आपको लौटाया जाना चाहिए। आपका जल,भूमि और वन यह सब आपका ही रहना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी सरकार देशभर में आदिवासियों की जमीनों को हड़प रही है ।
मणिपुर से मुंबई तक निकाले जाने वाली इस यात्रा का बताया महत्व
राहुल गांधी ने कहा कि 2022- 23 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक की उनके नेतृत्व में निकली गई भारत जोड़ो यात्रा काफी सफल रही थी। इससे प्रभावित होकर लोगों ने पूर्व से पश्चिम तक इस प्रकार की यात्रा निकालने की अपील की थी।लोगों की इस भावना को देखते हुए ही हमने मणिपुर से मुंबई तक की यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली है।राहुल गांधी ने कहा कि यह बीजेपी के साथ विचारधारा की लड़ाई है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि हमने मणिपुर से इस यात्रा की शुरुआत की ,क्योंकि बीजेपी ने मणिपुर जलाकर राख कर दिया है। वहां कई माह से गृह युद्ध जैसे हालात हैं और लोग एक दूसरे की हत्या कर रहे हैं।लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी वहां नहीं गए। नागालैंड में प्रधानमंत्री ने 9 वर्ष पहले एक समझौते का वादा किया था, लेकिन आजतक उसे पूरा नहीं किया।यहां के मुख्यमंत्री सबसे भ्रष्ट है।