न्यूज़ डेस्क
बीजेपी को हराने में जुटी पार्टियां 23 जून को पटना में संवाद करेगी और कोई रणनीति तैयार कर एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरेगी। हालांकि इस एकजुटता का कितना लाभ विपक्ष को मिलता है यह देखने की बात है क्योंकि राष्ट्रवाद के नाम पर अगर बीजेपी सीमा पर कोई नया ऐलान कर दिया तो खेल बदल सकता है। उधर राम मंदिर उद्घाटन से भी बीजेपी को काफी उम्मीद है। यह लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए भी करो या मारो की तरह ही है। वह जानती है कि सरकार से बेदखल होने के बाद पार्टी की हालत क्या होगी और फिर विपक्ष किस तरह से हमलावर भी होंगे। इसलिए बीजेपी भी पूरी तरह से सक्रिय और नई योजना के साथ चुनावी खेल में आ रही है। इधर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने एक बड़ा बयान दिया है और साथ ही एक फार्मूला बताया है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्षी एकता सफल हो गई तो बीजेपी को सौ सीटें भी नहीं मिलेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने दावा किया कि भाजपा से लोग परेशान हैं और आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में उनका हारना लगभग तय है। सभी दल भाजपा को एक-एक करके छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए साथ आती हैं तो इससे भाजपा की सीटें 100 से भी कम हो जाएंगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि लोग सत्तारूढ़ भाजपा से तंग आ चुके हैं।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने 23 जून को बिहार के पटना में विपक्ष की पहली महत्वपूर्ण बैठक से पहले कहा, सारा खेल अंकगणित और लोगों के उस मिजाज का है। लोगों का मिजाज हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव में साफ देखा गया। जो कोई भी भाजपा को हरा सकता है, जनता उसके साथ है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी अपने चरम पर थे तब भाजपा को करीब 31 फीसदी वोट मिले थे। इसलिए वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए बाकी 69 फीसदी वोटों को एकजुट होने की जरूरत है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारा मकसद मुकाबले को एक बनाम एक बनाना होगा। प्रमोद तिवारी ने कहा कि अगर कुछ लोग असहमत होकर चले भी जाते हैं तो भी चार से पांच प्रतिशत वोट छोड़कर हमारे पास लगभग 64 प्रतिशत वोट होंगे। अब महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर लोगों का मिजाज बदल गया है।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि 2024 में, मुझे क्या लगता है कि लोगों ने फैसला कर लिया है। अगर विपक्ष साथ नहीं आया तो लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे और अगर वे एकजुट हुए तो भाजपा का सफाया हो जाएगा और वे 100 सीटों से नीचे आ जाएंगे। तो प्रमोद तिवारी का फार्मूला यह है कि, विपक्ष अगर साथ आ गया तो भाजपा 100 सीटों से नीचे आ जाएंगी।
विपक्ष की पटना बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और अन्य नेता शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त पटना बैठक के लिए ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अरविंद केजरीवाल ने सहमति दी है। इसके अलावा एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे, दीपांकर भट्टाचार्य ने आने पर सहमति दी है।
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