प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सीतामढ़ी में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी पर तीखा तंज कसा।हाल ही में बेगूसराय में मछुआरा समुदाय से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी के तालाब में कूदने वाले वीडियो का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ ‘बड़े-बड़े लोग’ बिहार में पानी में डुबकी लगाकर ‘चुनाव में डूबने की प्रैक्टिस’ कर रहे हैं।पीएम मोदी ने शनिवार को बिहार के सीतामढ़ी में एक रैली के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तंज कसा।
PM मोदी ने कहा कि कुछ ‘बड़े-बड़े लोग’ अब बिहार में मछली देखने और पानी में डुबकी लगाने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े लोग भी यहां की मछली देखने आ रहे हैं। पानी में डुबकी लगा रहे हैं… बिहार के चुनाव में डूबने की प्रैक्टिस कर रहे हैं।
कुछ दिन पहले राहुल गांधी बेगूसराय में मछुआरा समुदाय से मिलने पहुंचे थे।रैली के बाद वे एक पास के तालाब में गए और नाव से बीच में पहुंचकर उसमें कूद पड़े।पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने उनके साथ जाल भी डाला, जिससे राहुल गांधी काफी प्रभावित दिखे।कन्हैया कुमार और कई मछुआरे भी उनके साथ कमर तक कीचड़ भरे पानी में उतरे थे।
राहुल गांधी पर तंज कसने के साथ ही PM मोदी ने बिहार के आरजेडी-नेतृत्व वाले विपक्ष पर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष की सरकार बनी, तो वे लोगों को ‘कट्टा’ दिखाकर डराएंगे और ‘हाथ ऊपर करवाएंगे’। मोदी ने कहा कि मैं सुनकर कांप जाता हूं कि आरजेडी अपनी रैलियों में बच्चों से कहलवा रही है कि बड़े होकर वे ‘रंगदार’ बनना चाहते हैं।बिहार को ऐसी सरकार नहीं चाहिए जिसमें कट्टा, कुशासन, क्रूरता और भ्रष्टाचार हो।
पीएम मोदी ने कहा कि जहां भी जाता हूं, एक ही बात सुनने को मिलती है – हमें ‘कट्टा सरकार’ नहीं, ‘एनडीए सरकार’ चाहिए। जनता अब ऐसी व्यवस्था नहीं चाहती जो सिर पर ‘कट्टा’ रखकर कहे – ‘हैंड्स अप’. लोगों को ‘हैंड्स अप’ नहीं, बल्कि ‘स्टार्ट-अप’ चाहिए, जिसे एनडीए आगे बढ़ा रहा है।एनडीए ‘कट्टा’ नहीं, बल्कि स्कूल बैग, कंप्यूटर, क्रिकेट बैट और हॉकी स्टिक को बढ़ावा देता है।
PM मोदी ने दावा किया कि उनकी रैलियों में जनता का स्पष्ट संदेश है- हमें कट्टा सरकार नहीं, एनडीए सरकार चाहिए। उन्होंने चुनाव घोषित होने के बाद से अब तक एक दर्जन से ज्यादा रैलियां की हैं
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान 11 नवंबर को होना है। पहले चरण के दौरान 6 नवंबर को 65% से अधिक मतदान हुआ था। विपक्ष इस बढ़े हुए वोट प्रतिशत को NDA के खिलाफ जन-समर्थन के रूप में देख रहा है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि वोटिंग बढ़ना यह संकेत देता है कि लोग बदलाव चाहते हैं।
