न्यूज़ डेस्क
उद्धव शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे के मथुरा दौरे को लेकर सियासी हलचल तेज है। सियासी गलियों में इस बात की चर्चा चल रही है कि अभी कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने मथुरा की यात्रा की थी और अब अचानक आदित्य ठाकरे ने मथुरा की यात्रा क्यों की है ?आदित्य ठाकरे वैसे धार्मिक जगहों की यात्रा करते रहे हैं। याद रहे अयोध्या मंदिर विवाद के दौरान भी बादल ठाकरे में अहम भूमिका निभाई थी। आज भले ही बाल ठाकरे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन शिवसेना की पूरी राजनीति ही हिन्दू और धार्मिक भावनाओं पर आधारित रही है।
उद्धव शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे के मथुरा दौरे पर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “मथुरा, अयोध्या और द्वारका किसी की जागीर नहीं है ना. हम एक ‘हिंदुत्व’ पार्टी हैं…हमारी पार्टी के कई लोग,और भी कार्यकर्ता मथुरा गए हैं…” मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘आज मैं मथुरा पूजा करने जाऊंगा. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि एक मंदिर का पुनर्विकास किया गया था, जिसका उट्घाटन किया जाएगा.’
जानकारी के मुताबिक उद्धव गुट के शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे सोमवार 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर मथुरा जाएंगे। वह मथुरा में प्रसिद्ध और पुनर्निर्मित पांच सदी पुराने ठाकुर श्यामा श्याम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। पार्टी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने यह जानकारी दी है। मंदिरों के शहर मथुरा में आदित्य ठाकरे भगवान कृष्ण की जन्मस्थली और बांके बिहारी मंदिर भी जाएंगे। आदित्य ठाकरे शहर के कुछ महत्वपूर्ण मंदिरों का भी दौरा करेंगे। आदित्य ठाकरे के मथुरा दौरे पर अब सांसद संजय राउत का भी बयान सामने आया है।
सांसद चतुर्वेदी ने कहा, ठाकुर श्यामा श्याम मंदिर, मथुरा में यमुना नदी के तट पर श्याम घाट पर स्थित एक विरासत मंदिर है, जो 500 वर्षों से अधिक की समृद्ध विरासत से भरा हुआ है। “कई प्रयासों के बाद हमें एन.आर. का समर्थन मिला। अल्लूरी का नागार्जुन फाउंडेशन मंदिर का पुनर्निर्माण करेगा… मुझे खुशी है कि मैं सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व वाले विरासत मंदिर के पुनर्निर्माण में सहायता करने में एक छोटी भूमिका निभा सका।”
बता दें, आदित्य ठाकरे के मथुरा दौरे को लेकर राज्य की राजनीति में बयानबाजी देखी जा रही है। इस मामले में अब उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत का बयान सामने आ चुका है। मथुरा में काफी तैयारी भी चल रही है।

