प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भीड़ के बीच भगदड़ मचने से 10 से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। यह हादसा मौनी अमावस्या के दूसरे अमृत स्नान पर्व से पहले हुआ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और पिछले दो घंटों में चार बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत कर चुके हैं। घटनास्थल पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पहले अखाड़ा परिषद ने स्नान को रद्द करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रशाशन द्वारा बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि भीड़ कम होने के बाद अखाड़े स्नान करेंगे। संगम क्षेत्र से लोगों को बाहर निकालने के लिए बैरिकैडिंग हटा दी गई है, लेकिन इसके बावजूद लोग संगम तट पर जाने की कोशिश में लगे हुए हैं। साधु-संत लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे संगम तट पर न जाएं. महाकुंभ में अब तक करीब 20 करोड़ लोग गंगा में स्नान कर चुके हैं, और मौनी अमावस्या के अवसर पर आज 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।इसके बाद भीड़ कम होने पर अखाड़ा ने 2 बजे अपराह्न से अमृत स्नान करना प्रारंभ किया।
उत्तराखंड सरकार ने यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ में भाग लेने वाले अपने नागरिकों की सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर जारी किए हैं। राज्य से महाकुंभ के लिए प्रयागराज आने वाले लोग टोल-फ्री नंबरों – 1070, 8218867005, 9058441404 पर कॉल करके किसी भी तरह की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है।इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं बातों को दिल्ली के चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान भी कहीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और उनका सहयोग करें। उन्होंने किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने को भी कहा है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत और कई के घायल होने की खबर बेहद दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन और प्रशासन का आम श्रद्धालुओं के बजाय वीआईपी मूवमेंट पर विशेष ध्यान जिम्मेदार है… मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे प्रभावित परिवारों की मदद करें।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, “प्रयागराज के संगम पर महाकुंभ में मची भगदड़ में मारे गए व घायल हुए श्रद्धालुओं की मौत अति-दुःखद व चिंताजनक समाचार है। ऐसे समय में पार्टी पीड़ित परिवारों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना करती है।
मौनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज कहते हैं कि आज का स्नान विश्व कल्याण के लिए था।आज जो दुर्घटना हुई है, उसके लिए मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के परिवारों को इस दुख को सहने की शक्ति मिले, इसकी कामना करता हूं।इसी के चलते हमने आज की अपनी शोभा यात्रा स्थगित कर दी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और उनका सहयोग करें। उन्होंने किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने को भी कहा है।
आध्यात्मिक नेता देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे सिर्फ संगम घाट पर स्नान करने पर जोर न दें। पूरी गंगा और यमुना नदियां इस समय ‘अमृत’ हैं।
महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ा परिषद ने अहम निर्णय लिया था। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने घोषणा की थी कि सभी अखाड़ों ने आज का अमृत स्नान रद्द करने का फैसला किया है। हादसे के चलते कोई भी अखाड़ा अमृत स्नान में भाग नहीं लेगा।हालांकि बाद में शोक संतप्त रहते हुए भी इन अखाड़ों ने प्रतीकात्मक तौर पर स्नान में हिस्सा लेना स्वीकार कर लिया और इसे निभाया।