पोप फ्रांसिस का सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को निधन हो गया।वे 88 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।उन्होंने वेटिकन सिटी स्थित अपने निवास कासा सांता मार्टा में अंतिम सांस ली।वेटिकन समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, बीते कुछ महीनों से उनकी तबीयत लगातार खराब चल रही थी, और हाल ही में अस्पताल से इलाज के बाद वे अपने निवास लौटे थे।
पिछले दिन ईस्टर के मौके पर वे अंतिम बार सार्वजनिक रूप से नजर आए थे।यह दृश्य देखकर दुनियाभर के उनके अनुयायियों की आंखें नम हो गई थीं। अस्पताल से लौटते समय उन्होंने बाहर इंतजार कर रहे लोगों को आशीर्वाद भी दिया था।पोप फ्रांसिस के निधन की खबर से वेटिकन और दुनियाभर में शोक की लहर फैल गई है।वे अपने करुणामय स्वभाव, शांति और मानवता के संदेशों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।
पोप फ्रांसिस को 14 फरवरी को तबीयत बिगड़ने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें डबल निमोनिया हो गया था, जिसके कारण उन्हें लंबी चिकित्सा देखरेख की जरूरत पड़ी।अस्पताल में एक महीने से अधिक समय बिताने के बाद उन्हें छुट्टी दी गई थी, लेकिन उनके स्वास्थ्य में पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ।उनकी देखभाल कर रहे वेटिकन के सर्जरी प्रमुख डॉ. सर्जियो अल्फिएरी ने बताया था कि उन्हें आगे भी नियमित दवाओं की आवश्यकता पड़ेगी।
पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य की चुनौतियाँ कोई नई बात नहीं थीं। जब वे युवा थे, तो उनके एक फेफड़े में गंभीर संक्रमण हो गया था, जिसके चलते फेफड़े का एक हिस्सा निकालना पड़ा। इसके कारण उन्हें जीवनभर श्वसन संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।