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शराब के नशे में गिरफ्तार हुआ JDU का प्रदेश सचिव
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एक बार फिर से खुल गई नीतीश सरकार की शराबबंदी की पोल
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उत्तर प्रदेश से शराब पीकर वापस लौट रहा था संजय चौहान
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संजय चौहान को जेडीयू से किया गया निलंबित
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बीजेपी नेता जनक राम ने शराबबंदी पर खड़े किए सवाल
विकास कुमार
बिहार में शराबबंदी के बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सारी जिम्मेदारियों को भूल कर हर वक्त शराबबंदी का जाप करते रहते हैं।लेकिन हैरानी की बात ये है कि नीतीश बाबू की पार्टी जेडीयू के नेता ही उनकी बात से सहमत नहीं हैं। हाल ही में बिहार के गोपालगंज से जेडीयू के प्रदेश सचिव संजय चौहान को गिरफ्तार किया गया है।
संजय चौहान को एंटी लिक्वर टास्क फोर्स ने छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया। दरअसल संजय चौहान उत्तर प्रदेश से शराब पीकर बिहार लौटे थे। बिहार लौटने पर संजय चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया। संजय चौहान की गिरफ्तारी से जेडीयू को भारी फजीहत का सामना करना पड़ा। इस फजीहत से बचने के लिए संजय चौहान को तत्काल जेडीयू की सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। हालांकि उत्पाद न्यायालय ने जुर्माना वसूलने के बाद संजय चौहान को रिहा कर दिया है।
जेडीयू के प्रदेश सचिव की शराबखोरी के खुलासे के बाद बीजेपी को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया। बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से विफल साबित हुई है। जनक राम ने दावा किया है कि जेडीयू के नेता शराब के अवैध कारोबार में शामिल हैं।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है लेकिन इसके बावजूद जेडीयू के नेता को शराब के नशे में पकड़े जाने से शराबबंदी की पोल तो खुल ही गई है।