न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव प्रचार ख़त्म होते ही नेताओं का हुजूम राजस्थान की तरफ बढ़ चला है। रजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों दलों के दर्जनों लोग राजस्थान में पहले से ही डेरा जमाये थे लेकिन अब शीर्ष नेता भी वहां पहुँच रहे हैं। राजस्थान में राहुल गाँधी भी पहुँच गए हैं। उन्होंने अपना डेरा जमा लिया है। एक सप्ताह तक राहुल त्यहाँ रहेंगे। कांग्रेस गदगद है। पार्टी को लग रहा है कि अब सबकुछ बदल जायेगा। सत्ता भी लौट आएगी। लेकिन यही सब बीजेपी की तरफ से भी चल रहा है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम व तेलंगाना के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रचार के पैटर्न बदला है। इसके तहत वे चुनावी राज्यों में तीन या चार दिन गुजार रहे हैं। मिजोरम, तेलंगाना के बाद अब राजस्थान में यही पैटर्न राहुल अपना रहे हैं। इस दौरान राहुल जहां चुनावी सभाएं व रोड शो करने के साथ अलग-अलग वर्ग के लोगों से सीधे मुलाकात भी कर सकते हैं।
इसके अलावा कांग्रेस संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश समेत कई अन्य नेता भी राजस्थान पहुंच गए हैं। यह नेता रणनीति बनाने में राहुल की मदद करते रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि कांग्रेस राजस्थान में चुनाव के आखिर में किसी भी तरह की चूक नहीं होने देना चाहती है। यही वजह है कि राहुल के पहुंचते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सीडब्ल्यूसी सदस्य सचिन पायलट के साथ होने का फोटो भी सामने आ गया। बताया जा रहा है कि इन दोनों नेताओं को साथ-साथ मारवाड़ व पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक दौरे करवाने की रणनीति बन रही है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल अपनी टीम के माध्यम से राजस्थान में प्रचार अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। इसके चलते पोस्टर-होर्डिंग्स में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। राहुल राजस्थान प्रवास के दौरान चुनिंदा नेताओं से मिल भी सकते हैं।
राहुल गांधी मंगलवार शाम को जयपुर पहुंच गए थे। इसके बाद बुधवार सुबह वे जयपुर से छत्तीसगढ़ में प्रचार करने गए। वहां से लौटकर जयपुर ही रुकेंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि वे यहां 16, 19, 21 व 22 नवंबर को चुनावी रैलियों में भाग लेंगे।

