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नासा का खुलासा : मंगल ग्रह पर जीवन की सम्भावना ,एलियन का अस्तित्व भी संभव !

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न्यूज़ डेस्क 
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जो खुलासा किया है अगर वह सही है तो यह मानव सभ्यता में कौतुहल पैदा करने के लिए काफी है। नासा क दावा है कि पृथ्वी के विलग भी जीवन संभव है और इसकी संभावना भी है। नासा के मुताबिक मंगल ग्रह जिसे लाल ग्रह भी कहा जाता है वहां जीवन संभव है और इसके साथ ही एलियंस की सम्भावना भी है। 

बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पर्सीवरेंस रोवर ने लाल ग्रह पर एक बड़ी खोज की है। इस खोज में मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन के सुबूत मिले हैं। यह खोज बहुत अहम है। 

वैज्ञानिकों का ख्याल है कि दूसरे ग्रहों पर जीवन की संभावना हो सकती है। अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रमुख बिल नेल्सन का भी मानना है कि ब्रह्मांड में पृथ्वी के अलावा कहीं और जीवन हो सकता है।

 बिल नेल्सन से सवाल किया गया कि क्या आपको विश्वास है कि एलियन का अस्तित्व है? उन्होंने इस सवाल के जवाब में सिर्फ एक शब्द कहा हां है। उन्होंने कहा कि अगर आप मुझसे सवाल पूछते हैं कि क्या ब्रह्मांड में कहीं और जीवन है। तो मैं कहूंगा कि यह बहुत बड़ा है, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मेरा जवाब होगा, हां।

जानकारी के अनुसार, नासा के रोवर ने हाल ही में एक दिलचस्प चट्टान के नमूनों को खोजा है। इसका नाम ‘चेयावा फॉल्स’ है। इसके अंदर कार्बनिक अणु और संरचनाएं हैं, जो माइक्रोबियल जीवन की ओर से बनाई गई हो सकती हैं। एक प्राचीन नदी घाटी में यह चट्टान पाई गई थी। इससे पता चलता है कि यह ग्रह कभी जीवन को समर्थन करने वाला रहा होगा।

नासा की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि चट्टान केमिकल सिग्नेचर और संरचनाओं को प्रदर्शित करती है। इससे संभवतः अरबों साल पहले जीवन की तरफ से बनाया गया हो सकता है। तब जिस इलाके में सैम्पल लिए गए और वहां पर पानी था।

नासा की जेट प्रोपल्शन लैब की पर्सिवरेंस डिप्टी प्रोजेक्ट वैज्ञानिक केटी स्टैक मॉर्गन का कहना है कि हम यह नहीं कह सकते हैं कि यह जीवन का संकेत है, लेकिन यह अब तक वैज्ञानिकों को मिला सबसे आकर्षक नमूना है। रोवर की ओर से रॉक कोर का नमूना 21 जुलाई को इकट्ठा किया गया था।

एक प्राचीन नदी घाटी के किनारे पर यह चट्टान मिली थी, जिसकी माप 3.2 फीट गुना 2 फीट है। वैज्ञानिकों ने इसका नाम ग्रांड कैन्यन झरने के नाम पर रखा था। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में मिशन के परियोजना वैज्ञानिक केन फार्ले ने बताया कि चेयावा फॉल्स पर्सीवरेंस रोवर की तरफ से अब तक जांच की गई सबसे रहस्यमय, जटिल और संभावित महत्वपूर्ण चट्टान थी।

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