इस इस वर्ष देश में मई और जून के महीने में भयंकर गर्मी पड़ी। इस गर्मी की मार ऐसी थी कि इससे लोगों के व्याकुल होने की बात तो छोड़िए,देश के बड़े हिस्से में गर्म हवाओं के चपेट में आने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की जान तक चली गई है।तब लोग बेसब्री से मानसून के आने का इंतजार करने लगे थे।मानसून आया भी और कई जगह लोगों को गर्मी से राहत भी मिली,लेकिन अब कई जगहों पर इसने उग्र रूप अख्तियार कर लिया है,जिससे न सिर्फ लोगों की परेशानी बढ़ गई है, बल्कि कई लोगों की जान भी चली गई है।
बात अगर असम की की जाय तो यहां मानसून की भारी बारिश की वजह से, यहां के 33 जिलों में से 18 जिला बाढ़ ⁶की चपेट में है।इस बाढ़ की वजह से बड़े पैमाने पर असम के लोगों की मुश्किलें तो बढ़ी ही है,लोगों की जान जाने की घटना में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।सोमवार को छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे 8 जुलाई 2024 तक असम में कुल मरने वालों की संख्या 72 हो गई है।
असम में बाढ़ की वजह से स्थिति के बेहद खराब हो जाने का असर काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान पर भी पड़ा है।काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अब तक कम से कम 131 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है, जबकि 96 अन्य को बचा लिया गया है।यहउद्यान हाल के वर्षों में सबसे खराब बाढ़ का सामना कर रहा है। इससे पहले बड़े पैमाने पर तबाही 2017 में हुई थी, जब पशु गलियारों से ऊंचे इलाकों की ओर पलायन कर रहे 350 से अधिक वन्यजीव बाढ़ के पानी में और वाहनों की टक्कर में मारे गए थे।
इधर महाराष्ट्र में भी मानसून की भारी बारिश की वजह से स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। लोकल ट्रेन सेवाएं और उड़ान संचालन प्रभावित हुए और आम लोगों का जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
मुंबई में सोमवार को भारी बारिश के कारण सड़कों पर यातायात के साथ ही स्थानीय ट्रेन सेवाएं और उड़ान परिचालन प्रभावित हुआ है।शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है,जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही तक स्थगित कर दी गई, क्योंकि भारी बारिश के कारण कई सदस्य और अधिकारी विधान सभा भवन पहुंच वो ही नहीं सके थे।दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) और पड़ोसी ठाणे के बीच मध्य रेलवे (सीआर) के मुख्य गलियारे की ‘फास्ट लाइन’ पर विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण कुछ ट्रेनों की सेवाएं स्थायी तौर पर निलंबित कर दी गईं ,जिसे बाद में यह फिर से शुरू की गईं।मध्य रेलवे के अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि जब तक अपरिहार्य न हो, यात्रा करने से बचें।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मुंबई, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के सभी स्कूलों को बंद घोषित कर दिया गया है।नवी मुंबई नगर निगम शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मुंबई के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।बीएमसी ने मुंबईकरों से आग्रह किया है, जिसमें कहा गया है कि अगर जरूरी न हो तो घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। कृपया किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।जरूरत पड़ने पर मदद और आधिकारिक जानकारी के लिए कृपया बीएमसी के मुख्य नियंत्रण कक्ष का संपर्क नंबर 1916 डायल करें।बीएमसी ने बताया, सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच मुंबई में 101.8 मिमी और उपनगरों में 14.1 मिमी बारिश हुई है।