न्यूज डेस्क
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में देश का आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने बजट में कई बड़ी योजनाओं की घोषणा की। इस बीच उन्होंने नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत एनपीएस वात्सल्य योजना का ऐलान किया। बजट में सरकार की घोषणा के बाद से एनपीएस वात्सल्य योजना काफी सुर्खियों में बनी हुई है। लोग इंटरनेट पर इस योजना से जुड़ी जानकारियां सर्च कर रहे हैं। यहां तक कि लोगों के मन में इस योजना को लेकर कई सवाल भी हैं। सबसे पहले तो हम आपको यह बता दें कि एनपीएस वात्सल्य के तहत आप अब अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर भी एनपीएस अकाउंट खोल सकते हैं और उसमें पैसा डाल सकते हैं।
अब नाबालिग बच्चों का वित्तीय भविष्य सुरक्षित होगा। वह भी एनपीएस का हिस्सा बन सकेंगे। यह निवेश नई योजना एनपीएस वात्सल्य के माध्यम से माता-पिता और अभिभावक कर सकेंगे। बच्चों के बालिग होने पर यह खाता सामान्य एनपीएस अकाउंट में तब्दील हो जाएगा।
क्या है योजना
एनपीएस वात्सल्य योजना की शुरुआत अभी नहीं हुई है। बजट में सिर्फ एलान किया गया है। सरकार का कहना है कि जल्द ही योजना को शुरू किया जाएगा। यह योजना नाबलिगों के लिए होगी। इसमें माता-पिता और अभिभावक बच्चे के नाम पर एनपीएस खाते में निवेश करने के योग्य होंगे। बच्चे के 18 साल पूरे होने पर उसका खाता एक सामान्य एनपीएस खाते में बदल जाएगा। भविष्य में आपके बच्चों को एकमुश्त राशि और पेंशन का लाभ मिलेगा।
एनपीएस क्या है?
एनपीएस एक टैक्स सेविंग स्कीम है। इस योजना के मुताबिक 18 से 60 साल के बीच कोई भी व्यक्ति अपना एनपीएस खाता देश के किसी भी बैंक में खोल सकता है। 60 साल की उम्र के बाद निवेशक को धनराशि का एक हिस्सा मिलता है। जबकि दूसरा हिस्सा पेंशन के तौर पर मिलता है। अभी तक कोई भी नाबालिग इस योजना में निवेश नहीं कर सकता था। मगर अब वात्सल्य योजना के तहत नाबालिग के नाम पर भी माता-पिता निवेश कर सकेंगे। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) एनपीएस को रेगुलेट करती है।
एनपीएस में होते हैं दो तरह के खाते
एनपीएस की शुरुआत सबसे पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए की गई थी। हालांकि 2009 में निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी इसका लाभ दिया गया है। इस योजना में टियर-1 और टियर-2 के तहत निवेश किया जा सकता है। टियर-1 को रिटायरमेंट खाता और टियर-2 को वॉलंटरी खाता कहा जाता है।
हर साल निवेश करना जरूरी
जब आप खाता खुलवाते हैं तो टियर-1 में 500 रुपये और टियर-2 में 1000 का निवेश करना होता है। एनपीएस एक नियमित निवेश योजना है। इसमें हर साल योगदान देना अहम है। सेवानिवृत्त होने पर निवेश राशि का 60 फीसदी हिस्सा एकमुश्त मिलता है। वहीं बाकी बचा 40 फीसदी हिस्सा पेंशन स्कीम के तहत मिलता है।