विकास कुमार
देश की सत्ता से बीजेपी को बेदखल करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुहिम रंग ला रही है। मोदी सरकार के खिलाफ तमाम विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने में नीतीश बाबू सफल रहे हैं। भले ही 12 जून को होने वाली बैठक टल गई हो,लेकिन 23 जून को होने वाली बैठक को लेकर सभी दलों ने अपनी सहमति दे दी है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि इस बैठक में राहुल गांधी और खड़गे भी हिस्सा लेंगे। साथ ही स्टालिन,ममता बनर्जी,हेमंत सोरेन भी इस बैठक का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल और उद्धव ठाकरे ने भी सहमति दे दी है।
वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि विपक्षी दल अब एकजुट होकर बीजेपी का मुकाबला करेंगे।
नीतीश कुमार सितंबर 2022 से ही विपक्षी एकता की कवायद में जुटे हुए हैं। नीतीश बाबू खुद विपक्षी दलों के पीएम उम्मीदवार बनने का सपना देख रहे हैं। लेकिन वक्त ही बताएगा कि वे इस कोशिश में किस हद तक सफल होंगे।