विकास कुमार
बिहार की सत्ता से निकलने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से दूरी बना ली है। मांझी ने दो टूक लहजे में कहा कि वे कभी भी महागठबंधन का हिस्सा ही नहीं थे।
वहीं बेटे के इस्तीफे के बाद जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने कहा कि शराब और बालू नीति को लेकर कई बार शिकायत की गई। लेकिन नीतीश कुमार ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी।
वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी के साथ मांझी की डील तय हो गई है। बताया जा रहा है कि डील में पिता जीतन राम मांझी को राज्यपाल बनाने का वादा किया गया है। तो बेटे संतोष सुमन को लोकसभा की टिकट ऑफर की गई है। हालांकि इस डील पर बीजेपी के नेता और मांझी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से कई बार मांझी की मुलाकात हुई है। और इसी मुलाकात के दौरान मांझी की एनडीए में वापसी का खाका तैयार किया गया है। अब बीजेपी ये दावा कर सकती है कि बिहार का महादलित वर्ग उनके साथ आ गया है। हालांकि इस डील से बीजेपी को कितना सियासी फायदा मिलेगा ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।