प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला किया है। हाल में हुए भगदड़ की घटना को लेकर ममता बनर्जी ने महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहा।उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए यह भी कहा कि कुंभ में वीआईपी लोगों को खास सुविधा दी जा रही है। वहीं, गरीब और आम लोगों को इससे वंचित रखा जा रहा है। बता दें, इससे पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि कुंभ का कोई मतलब नहीं है। कुंभ फालतू है।
महाकुंभ 2025 पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यह ‘मृत्यु कुंभ’ है। “मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। अमीर, वीआईपी के लिए 1 लाख रुपये तक के शिविर उपलब्ध हैं।गरीबों के लिए, कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है।‘मेला’ में भगदड़ की स्थिति आम है लेकिन, व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है। आपने क्या योजना बनाई?
ममता बनर्जी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में कहा कि अगर बीजेपी यह साबित कर दे कि मेरा बांग्लादेशी कट्टरपंथियों से संबंध है तो मैं इस्तीफा दे दूंगी। विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने राजनीतिक हितों के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बीजेपी विधायकों को नफरत फैलाने और लोगों को बांटने की इजाजत नहीं देती है। इस दौरान सीएम बनर्जी ने सदन में दावा किया कि बीजेपी विधायक अफवाह फैला रहे हैं कि उन्हें बंगाल विधानसभा में बोलने की इजाजत नहीं है।
महाकुंभ 2025 के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की ‘मृत्यु कुंभ’ वाली टिप्पणी का राज्य के नेता प्रतिपक्ष सुभेंदु अधिकारी ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि “मैं हिंदू समुदाय, संत समुदाय से कड़ा विरोध दर्ज कराने की अपील करता हूं।कुछ समय पहले, राज्य विधानसभा के पटल पर, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यह महाकुंभ नहीं बल्कि ‘मृत्यु कुंभ’ है।महाकुंभ पर इस हमले के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं। अगर आप सच्चे हिंदू हैं, तो राजनीति से ऊपर उठें, और ममता बनर्जी के इन शब्दों का पुरजोर विरोध करें।