विकास कुमार
महाराष्ट्र सरकार में एक अनार और सौ बीमार वाली हालत हो गई है। कुछ दिन पहले महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार हुआ था। इसमें अजित पवार के एनसीपी गुट के विधायकों को मंत्री पद दिया गया था,लेकिन इससे एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों में निराशा का माहौल कायम हो गया। अब इन विधायकों की नाराजगी को शांत करने के लिए एक और कैबिनेट विस्तार होने की संभावना है। इस बार के कैबिनेट विस्तार में महायुति के अधिक विधायकों को मौका मिलेगा। इस बार होने वाले कैबिनेट विस्तार में राज्य मंत्री भी नियुक्त किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में तीनों पार्टियों यानी शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी के नेताओं को मौका मिलेगा।
शिंदे गुट के कई विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। एनसीपी के आने से शिंदे गुट के विधायकों की मंत्री पद को लेकर उम्मीदें टूट गई थी,लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि जल्द ही दोबारा कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। इस विस्तार में शिंदे गुट के विधायकों को मौका दिए जाने की बात कही जा रही है। पिछले एक साल से शिंदे की शिवसेना के बचे हुए दावेदार हर दिन मंत्री पद की शपथ लेने का सपना देख रहे हैं। भरत गोगावले, संजय शिरसाट, संजय बांगर, बच्चू कडू जैसे कई विधायक मंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं,लेकिन अभी तक उनका ख्वाब अधूरा ही है।
महाराष्ट्र के सियासी गलियारे में चर्चा है कि जो काम शिंदे पांच-छह बार दिल्ली जाकर नहीं कर पाए। वह अजित पवार ने एक ही दिल्ली दौरे में कर दिखाया,अजित पवार ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की,और उन्होंने सीधे वित्त मंत्री, सहकारिता मंत्री, कृषि मंत्री जैसे अहम मंत्रालय झटक लिए इधर शिवसेना के शिंदे गुट के विधायक मुंह ताकते ही रह गए। अब एक बार महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार की खबरें उड़ रही हैं। ऐसे में शिंदे गुट के विधायक उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन उन्हें मंत्री पद मिलेगा या नहीं ये तो आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा।