विकास कुमार
कोल्हापुर की घटना पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने बयान दिया है। शिंदे ने लोगों से शांति की अपील की है। शिंदे ने कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने कोल्हापुर में औरंगजेब और टीपू सुल्तान का स्टेटस अपने मोबाइल पर लगा रखा था। इसके बाद कुछ हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन करने के लिए जमा हो गए थे।हिंदू संगठनों ने आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की । कोल्हापुर बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई और पत्थरबाजी हुई।
वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो भी कानून को अपने हाथ में लेंगे उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा,मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। आम जनता का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। लोगों को शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कोल्हापुर में बवाल पर एकनाथ शिंदे को आड़े हाथों लिया है,उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर भेदभाव कर रहे हैं। शासकों द्वारा धार्मिक मुद्दों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने की घटना के बाद कोल्हापुर में अशांति है। अगर किसी ने मोबाइल फोन पर गलत मैसेज भेजा है तो भी सड़कों पर उतरकर धार्मिक रूप देने की जरूरत नहीं है। राज्य में शांति स्थापित करना शासकों की जिम्मेदारी है। लेकिन उनसे जुड़े लोग सड़कों पर उतरने लगें तो अहिंसा से कटुता पैदा होना ठीक नहीं है। जो हो रहा है, वह कोई एक कृत्य नहीं है। उसके पीछे एक विचारधारा है। ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इसलिए, छोटी संस्थाओं की रक्षा करते हुए अगर कोई कानून को हाथ में लेता है तो कार्रवाई करना सरकार का काम है।
कोल्हापुर में तनाव को कम करने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए। और सभी दंगाईयों को जेल के अंदर डालना चाहिए। ऐसी घटनाओं से पूरी दुनिया में देश की छवि खराब हो रही है।