न्यूज़ डेस्क
अब से थोड़ी देर पहले बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। संसद के दोनों सदनों का संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति मुर्मू सम्बोधित करेंगी। इसके बाद आर्थिक समीक्षा पेश की जाएगी। हालांकि आप और बीआरस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया है। उधर कांग्रेस के कई नेता ख़राब मौसम की वजह से जम्मू कश्मीर में ही फसे हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे भी दिल्ली नहीं पहुँच सके हैं। लेकिन खबर है कि सोनिया गाँधी संयुक्त बैठक में भाग लेंगी।
इधर सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने बहुत कुछ कहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आशा की किरण, उमंग का आगाज लेकर आ रही है। मोदी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, भारत के वर्तमान राष्ट्रपति जी आज पहली बार संयुक्त सदन को संबोधित करने जा रही हैं। राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के संविधान का गौरव है, भारत की संसदीय प्रणाली का गौरव है। विशेष रूप से आज नारी सम्मान का भी अवसर है और दूर-सदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाले हमारे देश में महान आदिवासी परंपरा का पालन करने वालों के सम्मान का भी अवसर है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संसदीय कार्य में पिछले छह-सात दशक से जो परंपराएं विकसित हुई हैं तो देखा गया है कि अगर कोई भी नया सांसद जब पहली बार बोलता है तो पूरा सदन उन्हें सम्मानित करता है। आज राष्ट्रपति जी का उद्धबोधन भी पहला उद्धबोधन है। मुझे विश्वास है सभी सांसद इस कसौटी पर खरे उतरेंगे। हमारे देश की वित्त मंत्री भी महिला हैं।
हमारे बजट की तरफ न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान है। मुझे भरोसा है कि वित्तमंत्री लोगों की अपेक्षाएं पूरी करने का प्रयास करेंगी। एनडीए का एक ही लक्ष्य रहा है- इंडिया फर्स्ट, सिटीजन फर्स्ट। सबसे पहले देश, सबसे पहले देशवासी। इस बजट में तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी तो होनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि हमारे विपक्ष के साथी तैयारी के साथ सदन में अपनी बात रखेंगे। सदन चर्चा करके अमृत निकालेंगा।