न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री मोदी लगातार एनडीए सांसदों की बैठक कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों से यह बैठक जारी है। अलग -अलग खंडों में सांसदों को बांटकर उन्हें चुनावी जीत का मंत्र पीएम मोदी फूंक रहे हैं। यह बात और ही कि उस मंत्र का जाप संसद लोग कितना कर पाते हैं यह तो कोई नहीं जानता। सांसदों को लग रहा है कि अगर विपक्षी एकता का खेल एक सीट एक उम्मीदवार वाला चल गया तो उनकी खत खड़ी हो सकती है। अभी तक वोटों का बँटवारा होने की वजह से ही वे चुनाव जीतते रहे हिन्। कई लोग तो बीजेपी और मोदी के नाम पर चुनाव जीत गए लेकिन इस बार शायद ही ऐसा संभव हो। पीएम मोदी को भी इस बार कुछ गड़बड़ लग रह है। कहने को आप जो भी कहिये लेकिन चुनाव में पसीने तो सबके छूटते ही है और इस बार तो विपक्ष एक होकर जब बीजेपी का मुकाबल करने को तैयार तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ेगी ही।
खेल आसान नहीं है। यही वजह है कि पीएम मोदी सांसदों को जीत का मंत्र लगातार दे रहे हैं। पीएम मोदी ने बैठक के दौरान विपक्ष पर भी हमला किया। पीएम ने कहा कि विपक्ष जमकर सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की रणनीति चला रहा है। उसके काउंटर के लिए सासंद प्रोफेशनल सोशल मीडिया एक्सपर्ट को हायर करें, जो विपक्षी दल और उम्मीदवारों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम को दूर कर सकें।
पीएम मोदी ने पहले उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी क्षेत्रों के 45 से अधिक सांसदों की एक बैठक को न्यू महाराष्ट्र सदन में संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने दक्षिणी राज्यों के सांसदों के एक अन्य समूह के साथ संसद भवन परिसर में बैठक की।यह बैठक देर रात तक चलती है। देश के भीतर कुआ कुछ हो रहा है। संसद में क्या कुछ हुआ और सुप्रीम कोर्ट में क्या कुछ कहा गया ,सबसे बेखबर चुनावी जीत का मंत्र सांसदों को पिलाया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने सांसदों को कहा कि लोकसभा चुनाव बिलकुल करीब है, ऐसे में अब नए काम को करने के लिए ज्यादा हाथ-पांव मारने की जगह, आपने जो पुराने काम किए हैं उसका प्रचार प्रसार करें। वोट हमें गरीबों के लिए काम करने से मिलेगा। विपक्ष को जातियों की राजनीति करने दीजिए, लेकिन हमारे लिए सिर्फ एक जाति है और वो ‘गरीबी’ की जाति है। हमको गरीब कल्याण के लिए काम करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्लस्टर 4, जिसमें दक्षिण भारत के राज्यों के सांसद मौजूद थे। उन राज्यों खासकर विपक्ष शासित राज्यों के लिए अलग रणनीति अपनाने का मंत्र दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है, वहां राज्य सरकार से केंद्रीय योजना को लागू करने में ज्यादा मदद नहीं मिलती है, ऐसे में एनडीए के सांसदों को अपने बूते उन राज्यों में आम लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने पर फोकस करना चाहिए।
एनडीए के सांसदों को प्रधानमंत्री ने ये भी नसीहत दी है कि सभी पर्व त्योहार पर अलग से कार्यक्रम आयोजित करें। उसमें क्षेत्र की जनता को बुलाएं। इसके जरिए आम जनता से बेहतर कनेक्टिविटी बनती है। जनता का नजरिया आपके प्रति बदलेगा और आम क्षेत्र वासी आपके साथ व्यक्तिगत तौर पर जुड़ेगा।
भाजपा ने एनडीए सांसदों को अलग-अलग क्षेत्रों के 11 समूहों में बांटा है। पीएम ने सोमवार को दो समूहों के सांसदों से बात की थी। पहले समूह में उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्रों के सांसदों ने भाग लिया, जबकि दूसरे में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के सांसदों ने भाग लिया।
एनडीए सांसदों की तीसरी बैठक महाराष्ट्र सदन में हुई, जिसमें गोरखपुर काशी और अवध प्रांत के 48 सांसद शामिल हुए। इस बैठक की मेजबानी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और महेंद्र पांडे ने किया। बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए थे।