न्यूज डेस्क
केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में मढ़े सोने पर घमासान और तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले एक ट्वीट करके अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोने की जगह पीतल की परतें चढ़ाने के आरोंप पर उन्होंने काह कि यदि ऐसा है तो यह आपराधिक कृत्य व आस्था से खिलवाड़ है। कांग्रेस नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में सवाल उठाए। उधर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस और समाजवादी पाटी के रवैये को हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया।
केदारनाथ के गर्भगृह में लगाए गये सोन में कथित तौर पर अनियमितता को लेकर कई दिन से आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतें लगा दी गई हैं। इस मामले में बीकेटीसी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। इस क्रम में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि केदारनाथ मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप लग रहा है। ये आपराधिक के साथ साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर झूठ की परतें उतारी जांए।
केदारनाथ मंदिर में सोने की परतों की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप आपराधिक के साथ-साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है।
इस साज़िश की उच्च स्तरीय जाँचकर झूठ की परतें उतारी जाएं। pic.twitter.com/bgZFUMu6IE
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 17, 2023
तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने की जांच की मांग
केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने से जुड़े प्रकरण पर उत्तराखंड चारधाम पुरोहित महापंचायत ने भी उच्च स्तरीय जांच की मांग की। इस मामले में महापंचायत पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल जल्द मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव से मिलेगा। महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल व प्रवक्ता प्रशांत डिमरी ने कहा कि यह मामला गभीर होने के साथ ही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का विषय भी है। महापंचायत इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है।
उधर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि केदारनाथ मंदिर में सोना लगा है या पीतल, ये गंभीर विषय है इसकी जांच होनी चाहिए। केदारनाथ के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता मनोज रावत ने भी इस मामले पर सवाल उठाए हैं।
यह तो हद ही हो गई? क्या केदार नाथ मंदिर में भोले बाबा के साथ भी धोखा? रात के अंधेरे में सोने का पॉलिश करने की क्या आवश्यकता थी?
-१@INCIndia @INCUttarakhand @BJP4India @ManojRawatINC @RSSorg @VHPDigital https://t.co/IXhwtGsJoZ— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 18, 2023
इसके जवाब में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि महाराष्ट्र के एक दानी ने सोने की पतर चढ़ाने की इच्छा जताई थी। बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी। दानदाता ने अपने सुनार के जरिए मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत मढ़वाने का काम किया। इसमें बीकेटीसी की कोई भूमिका नहीं थी,न दानदाता ने इसके लिए बीकेटीसी से कोई छूट ली। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस हमेशा हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले काम करती है। इन दलों ने कभी देश में अवैध मदरसों और मस्जिदों को मिलने वाली मदद पर सवाल नहीं उठाए, पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने को यह हमेशा आतुर रहते हैं।