न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश में चुनावी सरगर्मी लगातार तेज होती जा रही है। कांग्रेस और बीजेपी में कडा मुकाबला है और डॉन पार्टी एक दूसरे पर हमला करने से नहीं चूक रही है। शिवराज की सरकार दो दशक से मध्यप्रदेश में हैं और इस बार कांग्रेस से कडा मुकाबला है। इंदौर में आदिवासियों की सभा हुई। यह सभा कांग्रेस ने आयोजित की थी। वक्त के रूप में कन्हैया कुमार पहुंचे थे। उनके पहुंचते ही आदि युवक नाचने लगे। इसके बाद कन्हैया ने हुंकार भरी और शिवराज सरकार पर हमला करना शुरू किया।
कांग्रेस के कन्हैया कुमार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा निशाना साधा। कृष्ण लीला का उल्लेख करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, ‘कृष्ण ने कंस का वध किया था और कंस भी मामा था। मेरा नाम भी कन्हैया है। यह कहकर कांग्रेस नेता शिवराज ‘मामा’ पर सीधा हमला करते दिखे।
कन्हैया कुमार ने कहा, ‘मामा का बेटा विदेश में पढ़ने गया था। लेकिन ‘इस प्रदेश में गरीब के लिए महाविद्यालय, विश्वविद्यालय या छात्रावास नहीं बनेगा। क्योंकि जब मुख्यमंत्री का बेटा विदेश पढ़ने के लिए जाएगा तो आदिवासियों के लिए महाविद्यालय क्यों बनाएगा?’ मामा के संदर्भ में एक बात बता दूं। मेरा नाम कन्हैया है और कृष्ण ने कंस का वध किया था और कंस भी मामा था। यह संदर्भ मैं इसलिए बता रहा हूं कि हम लोगों को आंख खोलकर सच्चाई देखने की जरूरत है।’
कन्हैया कुमार ने हमला करते हुए कहा कि ये लोग 20 साल से सरकार चला रहे हैं, लेकिन जब चुनाव में 20 महीना बचा था तब इन्हें ‘लाडली बहनाओं’ की याद आई. कह रहे हैं हम 2000 रुपया दे देंगे. कन्हैया कुमार का कहना है, ‘आप 2000 रुपये अपने पास रखिए, बस ये बताइए कि 350 का सिलेंडर 1400 रुपये में क्यों मिल रहा है? 2 हजार रुपये में दो महीना मोबाइल रीचार्ज भी नहीं हो पाएगा.’ उन्होंने कहा कि सीएम प्रदेश को ठग रहे हैं और उनका खेल हम लोग समझ गए हैं.
कन्हैया कुमार ने आगे कहा, ‘पूरी ताकत लगा लीजिए, लेकिन सच्चाई नहीं बदल सकते। अब अपने लोकतंत्र के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। लोकतंत्र का अर्थ ये होता है कि जैसे मुख्यमंत्री के बेटे का वोट एक होता है, वैसे ही आदिवासी के बच्चे का वोट भी एक होता है। अगर सीएम का बेटा पढ़ाई के लिए विदेश जाता है, तो हम भी इस देश में टैक्स देते हैं तो हमारे बच्चों के लिए भी अच्छे विद्यालय होने चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा होनी चाहिए, प्रदेश में अस्पताल होने चाहिए।

