ईडी द्वारा हेमंत सोरेन पर पूछताछ के लिए बनाए जा रहे दबाव को लेकर झारखंड की राजनीति इस समय काफी गरमाई हुई है। एक तरफ जहां कल से ही राजधानी रांची के मुख्यमंत्री आवास में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों की बैठक चल रही है तो, वहीं दूसरी तरफ जेएमएम समर्थक राज्य के विभिन्न स्थानों से लेकर राजभवन के सामने तक रोषपूर्ण प्रदर्शन कर ईडी की कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं। इस बीच ईडी ने सोमवार को अपने 10 वें समन को लेकर दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन के आवास पर छापा मारा,लेकिन हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले थे। हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक यह बोल रहे हैं कि हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जहां भी हैं, सुरक्षित हैं और वे हमारे संपर्क में हैं। माना जा रहा है कि 31 जनवरी को मुख्यमंत्री ईडी के सवालों का जवाब देंगे।विधायकों को मंगलवार को भी मुख्यमंत्री आवास आने का निमंत्रण दिया गया है। बैठक में मंत्री आलमगीर आलम, मन्ना गुप्ता, मिथिलेश ठाकुर, चंपई सोरेन, जोबा मांझी समेत अन्य विधायक उपस्थित थे। जेएमएम की ओर से महासचिव विनोद पांडेय और सुप्रियो भट्टाचार्य भी वहां उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री आज आयेंगे सामने
रांची के मुख्यमंत्री आवास में बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री लापता है, यह गलत बात है। मुख्यमंत्री मंगलवार को सभी लोगों के सामने आ जाएंगे।अंबा प्रसाद ने ईडी की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि देश में विपक्ष के लोगों पर ही जानबूझकर कार्रवाई की जा रही है।
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ राजनीति से प्रेरित
झारखंड में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर सोमवार को रात में रांची पहुंचे ।पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि ईडी की टीम हिंदुस्तान के हर शहर में है। ईडी का मुख्यालय दिल्ली में है, इसलिए ईडी की टीम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आवास गई,इसमें कोई भी नई बात नहीं है।जहां तक मामला था 31 जनवरी को मुख्यमंत्री से पूछताछ करने का है, वह तो पहले से तय था, लेकिन इससे पहले ईडी को मुख्यमंत्री के आवास में जाना, यह राजनीति से प्रेरित है।