न्यूज डेस्क
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार को निधन हो गया। वह 57 वर्ष के थे। उन्होंने चेन्नई में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। कोरोना काल में वे वायरस की चपेट में आ गए थे। इस वजह से नवंबर 2020 में उनके फेफड़ों का प्रत्यारोपण किया गया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी जानकारी दी। अस्वस्थ्य महसूस होने के बाद महतो को रांची अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें चेन्नई ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान सुबह उनका निधन हो गया।आज अपराह्न दो बजे उनके पार्थिव को रांची एयरपोर्ट पर लाया गया।
अपूरणीय क्षति!
हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे!
आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया।
परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की…— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 6, 2023
शिक्षा मंत्री के निधन पर मुख्यममंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि अपूरणीय क्षति! हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
झारखंड में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा
झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल की आज होने वाली बैठक भी महतो के असामयिक निधन से स्थगित कर दी गई। इस संबन्ध में राज्य सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय ने सूचना जारी की है। साथ ही आज से राज्य में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। इस दौरान राज्य में कोई भी सरकारी कार्यक्रम नहीं होंगे।
डुमरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे महतो
जगरनाथ महतो गिरिडीह जिले के डुमरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, उनकी गिनती झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेताओं में होती थी। वह डुमरी विधानसभा से निर्वाचित काफी लोकप्रिय विधायक थे। क्षेत्र में वह टाइगर के नाम से जाने जाते थे। उनके पास उत्पाद विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार था।