लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मुकाबला उम्मीदों और दबाव से भरा हुआ है।लेकिन दूसरे दिन की शुरुआत भारतीय टीम के लिए बेहद निराशाजनक रही।पहले दिन 6 विकेट पर 204 रन बनाने के बाद ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया 300 के करीब स्कोर खड़ा कर सकती है, लेकिन दूसरे दिन सिर्फ 28 मिनट और 34 गेंदों में ही शेष चार विकेट गिर गए और पूरी टीम 224 रन पर ढेर हो गई।इंग्लैंड के गेंदबाज गस एटिंकसन ने भारतीय बल्लेबाजों की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई और एक बार फिर साबित कर दिया कि वह घरेलू परिस्थितियों में कितना खतरनाक हो सकते हैं
पहले दिन जब खेल समाप्त हुआ था, तब करुण नायर 52 और वाशिंगटन सुंदर 19 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।दोनों से भारतीय फैंस को उम्मीद थी कि वह टीम को मजबूती देंगे और स्कोर को कम से कम 300 के पार पहुंचाएंगे। लेकिन ये दोनों ही बल्लेबाज दूसरे दिन बुरी तरह नाकाम रहे।
करुण नायर अपने पहले दिन के स्कोर में सिर्फ 5 रन ही जोड़ सके और 57 रन बनाकर चलते बने उन्होंने जो आत्मविश्वास पहले दिन दिखाया था, वह दूसरे दिन नजर नहीं आया।वहीं वाशिंगटन सुंदर भी 26 रन पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में अपना विकेट गंवा बैठे।उनका यह शॉट चयन बिल्कुल भी समझदारी भरा नहीं था, खासकर तब जब टीम दबाव में थी।
आकाश दीप, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा बिना खाता खोले ही आउट हो गए। मात्र 20 रन और जोड़कर टीम इंडिया की पारी 224 पर सिमट गई।यह उन सभी उम्मीदों पर पानी फेरने जैसा था जो पहले दिन के बाद बनाई गई थीं ।
इंग्लैंड के लिए इस पारी के हीरो रहे गस एटिंकसन। उन्होंने एक बार फिर यह साबित किया कि वह टेस्ट क्रिकेट में एक उभरते हुए स्टार हैं। एटिंकसन ने 5 विकेट झटके और भारतीय पारी की रीढ़ तोड़ दी। उन्होंने यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा को पवेलियन भेजा।
उनकी गेंदबाजी में स्विंग, नियंत्रण और रणनीति की झलक साफ दिखी।खासकर जब उन्होंने ध्रुव जुरेल और सुंदर को आउट किया, तो यह दिखा कि उन्होंने बल्लेबाजों को अच्छी तरह पढ़ा और योजनाबद्ध तरीके से फंसाया।
इतना ही नहीं, गस एटिंकसन ने शुभमन गिल को रनआउट कर इंग्लैंड को पहला बड़ा विकेट दिलाया। गिल 21 रन बनाकर खेल रहे थे और एक गलत कॉल के चलते रन लेने निकले, लेकिन एटिंकसन ने फुर्ती दिखाते हुए सीधा थ्रो मारा और उन्हें रनआउट कर दिया। यह पल मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
भारत की पहली पारी 224 रन पर सिमटने के बाद इंग्लैंड को सीरीज के निर्णायक टेस्ट में बड़ी मनोवैज्ञानिक बढ़त मिल गई है।बल्लेबाजों की नाकामी के कारण भारत ने खुद को बैकफुट पर ला खड़ा किया है।अब सबकी नजरें भारतीय गेंदबाजों पर होंगी कि क्या वे टीम को मैच में वापस ला सकते हैं या नहीं।