रांची (बीरेंद्र कुमार): किसी राज्य की सरकार पर विपक्षी दल हमला बोले तो माना जाता है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन झारखंड में तो अब सत्ताधारी दल के विधायक ही अपनी सरकार को घेरने में लग गए है।
जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम ने अपनी ही सरकार को जमकर लगाई फटकार
झारखंड में विशेषकर संथलपरगना में पढ़ाई के दौरान अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।कल्याण विभाग द्वारा इन्हें जो छात्रावास आबंटित किया गया है, वह इस कदर खस्ताहाल है कि जबतब इसके प्लास्टर या सिलिंग से चप्पे टूटकर इन्हें जख्मी करता रहता है। छात्रावास में रसोइया नहीं रहने की वजह से छात्रों का पढनेवाला ज्यादातर समय खाना बनाने में निकल जाता है। जेएमएम के बोरियो विधायक लोबिन हेमब्रम इस मुद्दे को विधानसभा में उठा चुके हैं।
यहां तक की इन्होंने ने खुद मुख्यमंत्री से भेंट कर भी इस मुद्दे से उन्हें अवगत कराया है। लेकिन इस सब के बाद जब सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी तो इन्होंने अपनी ही सरकार को उचित जबाव देने के लिए एक योजना बना ली। इस योजना के तहत ही उन्होंने आज दुमका में छात्रों की एक बड़ी रैली आयोजित कर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक महीने का अल्टीमेटम दिया कि इस एक महीने की समयावधि में छात्रों की समस्याओं का समाधान कर दें। ऐसा न करने की स्थिति में ये अपने छात्र आंदोलन में जनसामान्य को भी जोड़कर सरकार को परेशान कर देंगे।