पटना (बीरेंद्र कुमार): दो उपचुनाव में हार की टीस महागठबंधन के नेताओं को सता रही है।इसी बीच विधानसभा सत्र के दौरान महागठबंधन के बैठक में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के पक्ष में ऐलान कर सबको चौंका दिया। महागठबंधन के विधायक दल की बैठक के दौरान सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 2025 का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। मंगलवार को बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले नीतीश ने महागठबंधन की ये बैठक की और बड़ा बयान दिया। नीतीश कुमार के इस बयान की चर्चा सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि देश की राजनीति में भी जोर शोर से हो रही है।हालांकि जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री इस मामले में कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे हैं। बीजेपी ने इस पर तंज जड़ते हुए कहा कि बिहार का अगला सीएम कौन होगा ये जनता तय करेगी।
पीएम की रेस में नहीं रहेंगे नीतीश कुमार
महागतबंधन के विधायकों की बैठक में नीतीश कुमार ने एक बार फिर खुद के पीएम रेस में न होने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा टारगेट 2024 में बीजेपी को हटाना है ना कि प्रधानमंत्री बनना। मालूम हो कि अगस्त में नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन का दामन थाम लिया था।
पहले भी नीतीश कुमार तेजस्वी के नाम का कर चुक हैं एलान
इससे पहले नीतीश कुमार ने नालंदा के हुई में डेंटल कॉलेज का उद्घाटन करने के दौरान भी तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था तेजस्वी जी हमारे हैं। इनको हम बिल्कुल आगे बढ़ा रहे हैं। हमें जितना करना था, कर दिए अब इनको आगे करना है। आप लोग एक-एक बात समझ ही रहे हैं कि हम लोग कोशिश कर रहे हैं काम करने का। नालंदा के लोग भविष्य में विकास की चिंता न करें, क्योंकि विकास के लिए अभी जो काम वे कर रहे हैं, भविष्य में उसे तेजस्वी यादव आगे बढ़ाते रहेंगे। हम को सेवा करना था,कर लिए। इस दौरान तेजस्वी यादव भी वहां मौजूद थे।
सबके समर्थन से लागू हुई थी शराबबंदी
बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी को लेकर कोई भी अनाप-शनाप बातें ना करें, क्योंकि सबके समर्थन से ही शराबबंदी हुई थी। उन्होंने कहा- हमने महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए बिहार में शराबबंदी लागू की। जब शराबबंदी नहीं थी तब बहुत झगड़ा-झंझट होता था। अब सब ठीक हो गया है और आगे भी सब ठीक होगा।