अधिकतर लोग सिरदर्द, थकान या सीने में दर्द को हाई कोलेस्ट्रॉल की निशानी मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी स्किन भी इस खतरे के संकेत पहले से देने लगती है? अगर इन लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे संकेत, जो स्किन पर दिखाई देते हैं और बताते हैं कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल खतरे की सीमा पार कर चुका है।
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी और अनहेल्दी खानपान की वजह से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या आम होती जा रही है।ज्यादातर लोग सोचते हैं कि कोलेस्ट्रॉल सिर्फ हार्ट पर असर डालता है, लेकिन हकीकत यह है कि इसका असर आपकी स्किन पर भी साफ नजर आने लगता है।अगर समय रहते इन संकेतों को नजरअंदाज किया गया, तो यह बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकता है।
अगर आंखों के आस-पास या पलकों पर छोटे-छोटे पीले धब्बे दिखाई देने लगें, तो यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का गंभीर संकेत हो सकता है।इसे जैंथेलाज्मा कहा जाता है, जो खून में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करता है।ये धब्बे दर्द नहीं देते हैं. लेकिन धीरे-धीरे बड़े हो सकते हैं और दिल की सेहत को खतरे में डाल सकते हैं।
त्वचा पर छोटे पीले या मोमी जैसे उभार दिखें, तो यह जैथोमा हो सकता है।यह शरीर में अतिरिक्त फैट जमा होने से बनता है। अक्सर ये गांठें कोहनी, घुटने, हाथ और पैरों पर दिखाई देती हैं।
अगर बिना किसी कारण के त्वचा में जलन, खुजली या लालिमा महसूस हो रही है, तो यह बढ़े हुए खराब कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। जब कोलेस्ट्रॉल आर्टरीज में रुकावट पैदा करता है, तो त्वचा तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और जलन जैसी समस्या शुरू हो जाती है।
अगर आपके पैरों में हमेशा ठंडक बनी रहती है या छोटे-छोटे कट-घाव जल्दी भरते नहीं हैं, तो यह ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ने का संकेत है।आर्टरीज में प्लाक जमने से खून का प्रवाह धीमा हो जाता है, जिससे हाथ-पैर ठंडे रहते हैं और घाव भरने में वक्त लगता है।
अगर नाखूनों का रंग हल्का पीला या नीला पड़ने लगे, तो यह भी हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है।खून का फ्लो ठीक से न होने पर नाखून और त्वचा को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता, जिसकी वजह से उनका रंग और मज़बूती दोनों बिगड़ने लगते हैं।
अगर आपकी त्वचा पर ऐसे बदलाव दिख रहे हैं, तो इन्हें हल्के में बिल्कुल न लें। हाई कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए कुछ आदतें अपनाना ज़रूरी है।इसमें सबसे जरूरी है डाइट। तली-भुनी और चिकनाई वाली चीज़ों से बचें।फल, सब्जियां, मेवे और फाइबरयुक्त चीजें खाएं। डेली कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें, ताकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहे।धूम्रपान और शराब से बचें ये दोनों आदतें कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती हैं और दिल की बीमारियों का खतरा भी दोगुना कर देती हैं। साथ ही नियमित ब्लड टेस्ट कराएं ।समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल जांच करवाते रहें, ताकि समय रहते सावधानी बरती जा सके।