क्या आप जानते हैं कि हार्ट डिजीज की सबसे बड़ी वजहों में से एक है ब्लॉक्ड आर्टरीज? जब आर्टरीज़ में प्लाक जम जाता है, तो ब्लड फ्लो सही तरीके से नहीं हो पाता है।यही आगे चलकर हार्ट से जुड़ी प्रॉब्लम्स पैदा करता है।
खास बात यह है कि पैरों को देखकर भी ब्लॉक्ड आर्टरीज के साइन पहचाने जा सकते हैं।असल में जब पैरों की आर्टरीज ब्लॉक होती हैं, तो बॉडी पैरों के ज़रिए कुछ सिग्नल्स देती है। अगर इन्हें टाइम पर पहचान लिया जाए तो हार्ट डिजीज का जल्दी पता लगाया जा सकता है।
पैरों में आर्टरीज ब्लॉक होने की कंडीशन को पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) कहते हैं।इसके सिम्पटम्स धीरे-धीरे सामने आते हैं और शुरू में नॉर्मल प्रॉब्लम जैसे लग सकते हैं।
वॉकिंग पेन, यह PAD का सबसे कॉमन और मेन सिम्पटम है।चलते वक्त कैल्फ मसल्स में क्रैम्पिंग, हेविनेस या पेन महसूस होता है।
खास बात यह है कि रेस्ट करने पर यह पेन कम हो जाता है, लेकिन दोबारा चलने पर फिर आ जाता है।
कोल्ड फीट, एक या दोनों पैर नॉर्मल से ज़्यादा ठंडे लग सकते हैं, खासकर सोल्स।कई बार एक पैर दूसरे से ज्यादा कोल्ड फील करता है।
स्किन चेंजेस, पैरों और टोज की स्किन का कलर बदल सकता है. यह येलो या ब्लू नज़र आ सकता है।स्किन शाइनी और थिन भी हो जाती है।
डिलेड हीलिंग, पैरों या टोज पर हुए छोटे कट्स या इंजरी जल्दी हील नहीं होती।ये एक डेंजरस साइन है।वीक पल्स, पैरों की पल्स बहुत वीक या कई बार डिटेक्ट ही नहीं होती है।