विकास कुमार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर इंडिया गठबंधन समन्वय समिति की बैठक हुई। इस बैठक में 12 दलों के नेताओं ने शिरकत की। तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी बैठक में हिस्सा नहीं ले सके। इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आए समन को कारण बताया गया,वहीं इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति ने कई अहम फैसले लिए। कमेटी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में संयुक्त सार्वजनिक रैली करने का फैसला किया है,साथ ही सीट शेयरिंग की प्रक्रिया को भी इंडिया गठबंधन आगे बढ़ाएगी। सीट शेयरिंग पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा।
इंडिया गठबंधन के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बताया कि पहली संयुक्त सार्वजनिक रैली अक्टूबर के पहले सप्ताह में भोपाल में होगी। इसमें महंगाई, बेरोजगारी और भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे उठाए जाएंगे। समन्वय समिति ने सीटों का बंटवारा तय करने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। यह निर्णय लिया गया कि सदस्य दल बातचीत करेंगे और जल्द से जल्द निर्णय लेंगे, साथ ही कुछ टेलीविजन एंकरों के प्रोग्राम का भी इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बहिष्कार करेगी।
वहीं इस बैठक में शामिल रहे उमर अब्दुल्ला ने बताया कि मैंने यह बात रखी है कि इंडिया गठबंधन के दलों के पास जो लोकसभा सीट पहले से ही हैं, उन पर चर्चा नहीं की जानी चाहिए। जब तक जिस पार्टी के पास सीट है, वह उसे छोड़ना न चाहे। बीजेपी,एनडीए और गठबंधन के बाहर के दलों के पास जो लोकसभा सीटें हैं, उनके बंटवारे पर चर्चा करनी चाहिए।
समन्वकय समिति के ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि बैठक में शामिल दलों की जाति जनगणना पर एक राय है। साफ है कि महंगाई,बेरोजगारी,भ्रष्टाचार और जाति जनगणना के मुद्दे पर विपक्षी इंडिया गठबंधन बीजेपी को 2024 के चुनाव में चुनौती देगी।