अगर आप लगातार AC चलाते हैं और बिजली के बिल से परेशान हैं, तो सोलर पावर सिस्टम आपके लिए बढ़िया विकल्प हो सकता है। आइए जानते हैं कि 24 घंटे 1.5 टन का AC चलाने के लिए कितने पावर का सोलर पैनल चाहिए, कितनी जगह लगेगी, कुल खर्च क्या होगा और कौन सा सिस्टम आपके लिए सबसे बेहतर रहेगा।
1.5 टन इन्वर्टर AC आमतौर पर 1.4 kW प्रति घंटा बिजली लेता है। यदि यह 24 घंटे चले, तो 33.6 यूनिट बिजली की खपत होती है। ऐसे में आपको एक ऐसा सोलर सिस्टम चाहिए जो हर दिन करीब 34 यूनिट बिजली जेनरेट करे।
दिल्ली जैसे क्षेत्रों में 1 kW का सोलर पैनल करीब 5 यूनिट प्रतिदिन बिजली पैदा करता है। इसलिए 34 यूनिट के लिए कम से कम 7.5 से 8 kW का ऑन-ग्रिड सोलर पैनल लगाना जरूरी है।
दिल्ली जैसे क्षेत्रों में 1 kW का सोलर पैनल करीब 5 यूनिट प्रतिदिन बिजली पैदा करता है।इसलिए 34 यूनिट के लिए कम से कम 7.5 से 8 kW का ऑन-ग्रिड सोलर पैनल लगाना जरूरी है।
8 kW सोलर सिस्टम को इंस्टॉल करने के लिए लगभग 600-700 वर्ग फीट छत की जरूरत होगी, जिस पर दिनभर सीधी धूप आती हो।
सोलर सिस्टम तीन प्रकार के जिनमें से ऑन-ग्रिड सिस्टम इस केस में सबसे बेहतर और किफायती है।
ऑन-ग्रिड सिस्टम:- सीधा बिजली मीटर से जुड़ता है।यह सबसे सस्ता ऑप्शन।
हाइब्रिड सिस्टम: बैटरी बैकअप के साथ आता है, इसकी कीमत थोड़ी होती है।
ऑफ-ग्रिड सिस्टम:इसमें पूरा बैकअप बैटरी पर निर्भर करता है, यह AC के लिए उपयुक्त नहीं है।
बात सोलर सिस्टम पर आने वाली लागत की की हाय तो,
ऑन-ग्रिड 8 kW सिस्टम:₹4 से ₹4.5 लाख (20–30% तक सब्सिडी मिल सकती है)
हाइब्रिड सिस्टम:₹5.5 से ₹6.5 लाख।
ऑफ-ग्रिड सिस्टम:₹6.5 से ₹7 लाख।
सोलर सिस्टम लगाने से पूर्व है कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत पड़ती है जैसे :-
अपने क्षेत्र में धूप की उपलब्धता की जांच कर लें।
BIS सर्टिफाइड ब्रांड का सोलर पैनल ही चुनें।
ऑन-ग्रिड सिस्टम के लिए DISCOM की मंजूरी जरूरी है।
इंस्टॉलेशन विशेषज्ञ से कराएं, ताकि परफॉर्मेंस बेहतरीन हो।