बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार को सोमवार को सदन में अपना बहुमत सिद्ध करना है,इसके साथ ही इस दिन वर्तमान
विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी भी दांव पर लगाने वाली है, लेकिन इससे पहले रविवार की देर रात पटना में जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।रात करीब 9:30 बजे पटना जिला प्रशासन और पुलिस के पदाधिकारी अचानक आरजेडी विधायक चेतन आनंद के गायब होने की शिकायत की जांच करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के आवास पर पहुंच गए। इसे लेकर वहां काफी अफरातफरी का माहौल बन गया।बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे अधिकारियों ने तेजस्वी के आवास के अंदर जाकर पूछताछ की और फिर संतुष्ट होकर बाहर निकल निकल गए।
चेतन आनंद को जबरन कैद कर लेने की हुई थी शिकायत
आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमान आनंद ने पाटलिपुत्र थाना पुलिस से शिकायत की थी कि उनके भाई चेतन आनंद जो शिवहर के विधायक हैं,वे मीटिंग में शामिल होने के लिए गए थे,लेकिन अब तक घर नहीं लौटे हैं।मेरे भाई को जबरन कैद करके रखा गया है। उनका मोबाइल भी बंद है। इसलिए विधायक चेतन आनंद की खोजबीन की जाए।अंशुमान आनंद की शिकायत पर पुलिस की टीम अपने और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंची थी।अधिकारियों ने तेजस्वी आवास में प्रवेश कर तेजस्वी यादव और चेतन आनंद से बातचीत किया। चेतन आनंद ने अधिकारियों को बताया कि वह अपनी मर्जी से यहां रुके हैं। जिसके बाद अधिकारी तेजस्वी आवास से बाहर निकल गए और पुलिस की टीम के साथ वापस लौट गए।
राज्य पुलिस मुख्यालय ने किया अलर्ट जारी
राज्य पुलिस मुख्यालय ने विधायकों की खरीद फरोख्त को रोकने और उसे पर नजर रखने के लिए अलर्ट जारी किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार राज्य भर में पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया गया है।यह अलर्ट सोमवार की शाम तक लागू रहेगा। इस दौरान पूरे राज्य में विशेष जांच अभियान भी संचालित किया जाएगा। पुलिस प्रशासन किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई करेंगे। पुलिस सूत्रों के अनुसार विधायकों के साथ ही उनसे मिलने जुलने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। हालांकि इस अलर्ट को लेकर अधिकारी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।
नित्यानंद ने की जीतनराम मांझी से मुलाकात
वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने जीतन राम मांझी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। नित्यानंद राय ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से भी मुलाकात की। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने जीतन राम मांझी से फोन पर बात कर उनकी समस्याओं को सुना। इससे पहले बीजेपी के तमाम विधायकों को देर शाम बोधगया से पटना लाया गया और उनके विभिन्न होटलों में ठहरने की व्यवस्था की गई। जेडीयू के कुछ विधायकों को भी आर ब्लॉक स्थित एक होटल में ठहराया गया था। कांग्रेस विधायकों को देर शाम अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया।