नागपुर में इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने पहले मुकाबले में 4 विकेट से शानदार जीत दर्ज की।भारत ने इस मैच में सभी क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया।भारत की वनडे के पहले मैच में दो युवा खिलाड़ियों को वनडे में डेब्यू करने का मौका मिला। तेज गेंदबाज हर्षित राणा और युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू किया।हर्षित राणा ने इस मैच ने ने कमाल का प्रदर्शन किया और तीन विकेट चटकाकर इतिहास रच दिया। इस दमदार प्रदर्शन के बाद हर्षित राणा तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करते हुए तीन विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।
शुरुआत में हालांकि हर्षित राणा कुछ महंगे साबित हुए थे ,जब फिल साल्ट ने तीसरे ओवर में 26 रन जोड़े थे।लेकिन बाद में उन्होंने बेन डकेट, हैरी ब्रुक और लियाम लिविंगस्टोन के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए।हर्षित राणा ने अपने डेब्यू मैच में 7 ओवर में 53 रन देकर 3 विकेट लिए, जिससे इंग्लैंड की टीम जोस बटलर के पहले बल्लेबाजी करने के निर्णय के बाद 248 रन पर सिमट गई।रवींद्र जडेजा ने भी 3 विकेट चटकाकर अपने 600 विकेट पूरे किए।
पारी के ब्रेक के दौरान अपने प्रदर्शन पर बात करते हुए हर्षित राणा ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने मेरी गेंद पर हमला किया, लेकिन मैं अपनी लेंथ से नहीं हटा और आखिरकार, मुझे इसका इनाम मिला। हर्षित ने पावरप्ले के अंत में एक ही ओवर में अपने पहले दो विकेट लिए और अपनी टीम को बढ़त दिलाई।उन्होंने रोहित के साथ हुई बातचीत का भी जिक्र किया जिसमें कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें लगातार एक ही लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए प्रेरणा दी थी।
साल्ट के आक्रमण के बाद राणा ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर बनाई गई इस योजना का इस्तेमाल किया।उन्होंने कहा कि वे बस जगह की तलाश में थे।उनके पास आक्रमण तेज करने का मौका तब मिलता जब उन्हें कुछ जगह मिलता।इसलिए, रोहित भैया और मैंने यही चर्चा की कि मुझे यथासंभव टाइट गेंदबाजी करनी चाहिए और मैंने यही करने की कोशिश की।हर्षित राणा ने इंग्लैंड के ही खिलाफ टी 20 डेब्यू भी किया था और तीन विकेट चटकाए थे।
भारत ने भले ही नागपुर में खेले गए वन डे इंटरनेशनल मैच में जीत हासिल कर इंग्लैंड के साथ होने वाले तीन वन डे मैचों की श्रृंखला में 1- 0 से बढ़त ले ली है,लेकिन भारत के कप्तान रोहित शर्मा का 2 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो जाना काफी चिंता जनक है।गौरतलब है कि नागपुर के मैच में ओपनिंग करने उतरे रोहित शर्मा सिर्फ 7 गेंद ही खेल सके और एक पुल शॉट खेलने के दौरान मात्र दो रन के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो गए।
कप्तान रोहित शर्मा के खराब प्रदर्शन के अलावा विराट कोहली का चोट की वजह से नागपुर में आयोजित मैच में न खेल पाना भी भारत के लिए एक बड़ी चिंताजनक बात है।गौरतलब है कि हमेशा फिट रहने वाले कोहली, घुटने में चोट लगने की वजह से नागपुर वनडे में नहीं खेल पाए थे। नागपुर वन डे इंटरनेशनल में कोहली का नहीं खेल पाना इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि कप्तान रोहित शर्मा की ही तरह विराट कोहली भी पिछले कुछ मैचों से अपने खराब फार्म से जूझ रहे हैं। चैंपियंस ट्रॉफी या इंग्लैंड के साथ हो रहा वनडे इंटरनेशनल भारत के अन्य खिलाड़ियों के लिए तो महत्वपूर्ण है ही विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए यह कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है।इनके व्यक्तिगत स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इन मैचों का प्रभाव पड़ने वाला है। भारतीय क्रिकेट फैंस और अधिकारियों का भारत की जीत के दृष्टिकोण से इन दो खिलाड़ियों पर जबरदस्त भरोसा है। ऐसे में अगर भारत इंग्लैंड और पाकिस्तान की मेजबानी में आयोजित चैंपियन ट्रॉफी को अन्य खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन के बल पर जीत भी लेता है तो भी इन दो खिलाड़ियों निराशाजनक प्रदर्शन इनके भारतीय टीम में शामिल होने पर पृष्ठ चिन्ह खड़ा कर सकता है।लेकिन अगर ये इंग्लैंड की टीम के साथ खेलते हुए अपना आत्मविश्वास प्राप्त कर अपने खोए हुए फॉर्म को लौटाने में सफल हो जाते हैं,तो इंग्लैंड के खिलाफ ही नहीं, चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत की जीत अभी से ही पक्की माने जाने लगेगी।