न्यूज डेस्क
आज आठ मार्च है और आज ही के दिन पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन को विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। महिलाएं आज किसी से कम नहीं हैं वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ चढ़कर काम कर रही हैं। उन्होंने हर क्षेत्र में अपने हुनर,आत्मविश्वास और मेहनत के दम पर अपना और देश का नाम रोशन किया है। महिला दिवस के मौके पर आज हम बात करेंगे हमारी देश की उन पहली प्रतिष्ठित महिलाओं की जिन्होंने अपने कारनामे से हर किसी को अचंभित किया और इतिहास के पन्नों पर अपना नाम स्वणअक्षरों में दर्ज किया। जिन्होंने एक से बढ़कर एक बड़े काम किए हैं, जो उनसे पहले कोई भी महिला नहीं कर सकी थी। जिन्होंने हर महिला को ये बताया कि आप किसी से कम नहीं हैं आप सब कुछ कर सकती हैं। आज उन महिलाओं को नमन वंदन करने का दिन है। आइए जानते हैं, अलग-अलग क्षेत्रों में अपना नाम दर्ज कराने वाली इन पहली भारतीय महिलाओं के बारे में…
सावित्रीबाई फुले
सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षक व हेडमिस्ट्रेस थीं। उन्होंने लड़कियों के शिक्षा और समाज के उत्थान पर विशेष रूप से काम किया। उनका जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के एक दलित परिवार में हुआ। लगभग 9 साल की उम्र में ही उनकी शादी कर दी गई थी। उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर किसी के साथ भेदभाव ना हो और हर किसी को पढ़ने का अवसर मिले, इसपर काम किया। सावित्रीबाई फुले समाज सेविका और कवियत्री भी थीं। देश को आजादी दिलाने में भी उनका योगदान है। इस दौरान उन्हें पुणे की यरवदा जेल में भी रहना पड़ा था। वे महात्मा गांधी की अनुयायी भी थीं। भारत की महान महिलाओं की लिस्ट में सावित्रीबाई फुले का नाम सबसे पहले आता है।
मदर टेरेसा
मदर टेरेसा को हम सबसे बड़ी समाज सेविका कहे तो गलत नही होगा। अपना सम्पूर्ण जीवन गरीब, असहाय लोगो की मदद में जीने वाली समाज सेविका मदर टेरेसा को समाज में इस कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को स्कॉप्जे में हुआ था। महज 12 साल की उम्र में ही उन्होंने अपना जीवन गरीब, असहाय लोगो की सेवा में जीने की ठान ली थी। साल 1929 में भारत आने के बाद उन्होंने कई बड़े समाज सेवी कार्य किये।
रीता फारिया
रीता फारिया एशिया की वो प्रथम महिला थी जिन्हें साल 1966 में मिस-वर्ल्ड का खिताब दिया गया। भारत के लिए गर्व बात यह थी की रीता फारिया ने दुनिया में भारत का नाम तब रोशन किया जब उस दौर में महिलाओं को इतनी छूट नही दी जाती थी। रीता फारिया का जन्म मुंबई में हुआ था। वो एक मॉडल होने के साथ एक डॉक्टर भी थी। समाज की सोच से परे आगे बढ़ते हुए फारिया ने अपना मुकाम हासिल किया।
इन्दिरा गांधी
इन्दिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थी। 1966 में वह भारत की प्रधानमंत्री बनी, इन्दिरा गांधी 1966 से 1977 तक लगातार 3 बार प्रधानमंत्री रहीं और उसके बाद 1980 से लेकर 1984 तक चौथी बार प्रधानमंत्री रही। वह केवल देश में ही नहीं बल्कि विश्व राजनीति में भी काफी प्रभावशाली रहीं। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई दमदार फैसले लिए जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था। अपने सख्त फैसलों के कारण उन्हें ‘आयरन लेडी’ के नाम से भी संबोधित किया जाता है।
फातिमा बीवी
फातिमा बीवी भारत की पहली महिला जज बनी। फातिमा बीवी का जन्म 30 अप्रैल 1927 को हुआ। 14 नवम्बर 1950 को वो एडवॉकेट के रूप में रजिस्टर्ड हुई, 1958 में केरल सबऑर्डीनेट न्यायिक सेवा में मुंसिफ के रूप में नियुक्त हुईं और 1968 में जज के रूप में प्रोमोट हुईं, 1972 में मुख्य जज, 1974 में जिला एवं सत्र जज, 1980 में आयकर अपीलीय ट्रिब्यूनल की न्यायिक सदस्य और 8 अप्रैल 1983 को उन्हें उच्च न्यायालय में एक जज के रूप में नियुक्त किया गया। 06 अक्टूबर 1989 को वे सुप्रीम कोर्ट की जज नियुक्त हुई। जहां से 24 अप्रैल 1992 को वे रीटायर्ड हुई।
किरण बेदी
किरण बेदी वो महिला है जिन्होंने देश की प्रथम महिला आईपीएस बनने का सपना पूरा किया। साल 1972 में वो देश पहली महिला आईपीएस ऑफिसर बनी। किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को मुंबई में हुआ था। किरण बेदी देश की उन महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी जो देश की सेवा के लिए कुछ करना चाहती हैं। साल 2007 में सेवानिवृत होने से पहले संयुक्त आयुक्त पुलिस प्रशिक्षण और दिल्ली पुलिस स्पेशल आयुक्त के पद पर काम कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीं।
कल्पना चावला
कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल में 17 मार्च 1962 को हुआ था। कल्पना चावला के पिता की इच्छा थी की वो एक डॉक्टर बने। मगर कल्पना चावला की मंजिल कुछ और ही थी। साल 1982 में उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूर्ण की। अपनी शिक्षा के लिए कल्पना अमेरिका भी गई। कल्पना चावला भारत व अमेरिका की प्रथम महिला बनी जिन्होंने अतंरिक्ष की उड़ान भरी।
प्रतिभा पाटिल
प्रतिभा पाटिल ने 27 साल की उम्र में 1962 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। 1962 से 1997 तक वो 5 बार महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्य रहीं। इस दौरान 1967 से 1972 तक वह महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री और 1972 से 1978 तक कैबिनेट मंत्री रहीं । प्रतिभा पाटिल को भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य मिला, साल 2007 से लेकर 2012 तक उनका कार्यकाल चला।
पहली भारतीय महिलाएं
- केंद्रीय विदेश मंत्री का पद संभालने वाली पहली महिला : सुषमा स्वराज वर्ष 2014
- किसी राज्य की पहली सबसे कम उम्र की महिला मंत्री: सुषमा स्वराज (वह हरियाणा की कैबिनेट मंत्री बनीं जब वह केवल 25 वर्ष की थीं।)
- नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला: मदर टेरेसा (1979)
- माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला: बछेंद्री पाल (1984)
- बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय महिला: अरुंधति रॉय (1997)
- ‘मिस वर्ल्ड’ बनने वाली पहली भारतीय महिला: रीता फारिया
- पहली महिला राजदूत: मिस सी.बी मुथम्मा
- माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली पहली महिला: संतोष यादव
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष: एनी बेसेंट
- किसी भारतीय राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री: श्रीमती सुचेता कृपलानी
- संघ लोक सेवा आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष: रोजे मिलियन बेटू
- पहली महिला पुलिस महानिदेशक (DGP): कंचन चौधरी भट्टाचार्य
- पहली महिला लेफ्टिनेंट जनरल: पुनीता अरोड़ा
- पहली महिला एयर वाइस मार्शल: पी. बंदोपाध्याय
- इंडियन एयरलाइंस की पहली महिला चेयरपर्सन: सुषमा चावला
- दिल्ली की पहली और अंतिम मुस्लिम महिला शासक: रजिया सुल्ताना
- अशोक चक्र प्राप्त करने वाली पहली महिला: नीरजा भनोट
- इंग्लिश चैनल पार करने वाली पहली महिला: आरती साहा
- भारत रत्न पाने वाली पहली महिला: इंदिरा गांधी
- ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला: आशापूर्णा देवी
- पहली भारतीय महिला जो अंटार्कटिका पहुंचीं: महला मूसा
- पहली भारतीय महिला जो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की व्यक्तिगत सदस्य बनीं: नीता अंबानी (2016)
- सात महाद्वीपीय चोटियों पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही: प्रेमलता अग्रवाल
- एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली दिव्यांग महिला: अरुणिमा सिन्हा
- माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली जुड़वां बहनें: ताशी और नैन्सी मलिक
- लंदन की रॉयल सोसायटी में पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक को साथी के रूप में चुना गया: गगनदीप कंग
- भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री (पूर्णकालिक): श्रीमती निर्मला सीतारमण
- भारत की पहली महिला वित्त मंत्री: श्रीमती निर्मला सीतारमण
- दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री: श्रीमती सुषमा स्वराज
- पहली दृष्टिहीन महिला आईएएस अधिकारी: प्रांजल पाटिल
- भारतीय तटरक्षक में पहली महिला डीआईजी: नूपुर कुलश्रेष्ठ
- भारत की पहली महिला मुख्य चुनाव आयुक्त: श्रीमती वी. एस रमा देवी (26 नवंबर 1990-11 दिसंबर 1990)
- भारत की पहली महिला कैबिनेट मंत्री: आजादी के बाद पहली बार भारत की महिला कैबिनेट मंत्री राजकुमारी अमृत कौर बनीं। वह पहली लोकसभा सत्र (1952-57) के दौरान पहली स्वास्थ्य मंत्री बनीं।
- भारत की पहली महिला ग्रेजुएट: कादम्बनी गांगुली
- भारत की पहली महिला डॉक्टर: आनंदीबाई जोशी