न्यूज़ डेस्क
हमास और इजरायल के बीच आज शुक्रवार सुबह से युद्धविराम शुरू हो जाएगा और कतर की मध्यस्थता से हुए समझौते के तहत हमास कम से कम 13 बंधकों को मुक्त करने पर सहमत हो गया है।कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने कहा कि हमास कम से कम 13 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
अंसारी ने कहा, “युद्धविराम शुक्रवार सुबह 7 बजे शुरू हो गया है और दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी है कि हमास आज के दिन ही शाम 4 बजे 13 बंधकों को रिहा कर देगा।”
उन्होंने कहा कि युद्धविराम शुक्रवार से शुरू होकर चार दिनों तक रहेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हमास इजराइल के साथ एक नए समझौते के तहत चार दिवसीय युद्ध विराम के दौरान कम से कम 50 और बंधकों को भी रिहा करेगा। हमास द्वारा मिस्र के रास्ते बंधकों को रिहा करने की संभावना है।
दोहा में हमास और इजरायल के बीच चल रही बैकचैनल वार्ता – अमेरिका और सऊदी अरब जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के साथ-साथ अन्य प्रमुख अरब देश वार्ता में भाग ले रहे हैं। हालांकि, कतर हमास और इजरायल के बीच इन वार्ताओं में सबसे आगे रहा है। बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को अपने हमले के दौरान कम से कम 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है।
बातचीत के दौरान इजरायल ने कहा है कि वह 10 और बंधकों की रिहाई के लिए युद्धविराम को एक दिन और बढ़ा सकता है। हालांकि, फ़िलिस्तीनी बच्चों को इजरायली जेलों से मुक्त करने के समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
राहत पहुंचाने के लिए कम से कम 200 सहायता ट्रकों को अनुमति देने पर भी सहमति हुई है और साथ ही चार अतिरिक्त ट्रक गाजा के सभी क्षेत्रों में संघर्ष विराम के हर दिन ईंधन और रसोई गैस पहुंचाएंगे।
हमास स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इजराइल के हमलों के कारण गाजा में 13,300 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 2,700 फिलिस्तीनी लापता हैं और माना जाता है कि वे मलबे के नीचे दबे हुए हैं। इजराइल ने कहा है कि 7 अक्टूबर से अब तक उनके 1200 लोग मारे जा चुके हैं।
इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में 201 फ़िलिस्तीनियों को भी मार डाला है, जिनमें 52 बच्चे भी शामिल हैं।इजराइल ने कम से कम 53 पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की भी हत्या कर दी है।
इजरायल बलों ने अल शिफ़ा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सल्मिया को भी गिरफ्तार कर लिया है।
माना जाता है कि सल्मिया से “इस सबूत के आधार पर पूछताछ की जा रही है कि अल शिफा अस्पताल हमास के कमांड और नियंत्रण केंद्र के रूप में काम करता था।