बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और अन्य घटक दलों के नेताओं की साझा उपस्थिति में अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पटना के होटल मौर्या में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जारी किए गए इस मेनिफेस्टो को ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ नाम दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जो महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी हैं, ने इसे जारी करने से पहले ही मीडिया को बता दिया था कि यह सिर्फ चुनावी वादे नहीं, बल्कि उनके ‘प्रण’ हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि एनडीए से पहले मेनिफेस्टो जारी करके महागठबंधन ने अपनी गंभीरता दिखा दी है, क्योंकि वे पहले ही सीएम उम्मीदवार की घोषणा भी कर चुके थे।
तेजस्वी प्रण पत्र’ के नाम से महागठबंधन का चुनावी घोषणा-पत्र
‘तेजस्वी प्रण पत्र’ में प्रत्येक परिवार को नौकरी ओर वक्फ बोर्ड बहाली समेत कई लोक-लुभावन और महत्वाकांक्षी वादे शामिल किए गए हैं।इसमें सीधे तौर पर राज्य के युवाओं, महिलाओं और गरीबों को टारगेट किया गया है।
इस घोषणा पत्र का सबसे बड़ा और चर्चित वादा हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का है।
गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को राहत देने के लिए 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा भी की गई है।
तेजस्वी यादव की खास ‘माई-बहिन योजना’ को भी इसमें शामिल किया गया है, जिसका डिटेल जल्द ही सामने आएगा।
इसके अलावा, राज्य के भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन का मालिकाना हक देने का वादा भी किया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नीत एनडीए का घोषणापत्र 30 अक्टूबर को जारी किया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनडीए राज्य में घोषणापत्र को ‘विकसित बिहार’ शीर्षक के साथ जारी करेगा। बिहार में एनडीए के घोषणापत्र में छात्र, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र पर अधिक फोकस किया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से 25 अक्टूबर को खगड़िया में रैली के दौरान इसके संकेत दिए गए थे। उन्होंने कहा था, “बिहार डबल इंजन से लैस होकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ चला है। एनडीए सरकार बिहार को आगे ले जाने के लिए तैयार है। हमारी स्पष्ट नीति है, स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई, टाइम पर दवाई, खेतों में सिंचाई और हर घर में पानी की सप्लाई।” अमित शाह ने कहा था, “इन चार सूत्रों पर हमारा बिहार अब आगे बढ़ने वाला है।” बिहार में एनडीए के घटक दलों में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। 2025 के बिहार चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के बीच है।
