न्यूज डेस्क
जी 20 की बैठक जम्मू कश्मीर में हो रही है और रूदाली चीन ,पाकिस्तान में चल रही है । श्रीनगर दुल्हन की तरह सजा हुआ है । दुनिया इस दुल्हन को देखकर दंग है । पृथ्वी पर ऐसी सुंदरता ! और ऐसे यहां के लोग ! 180 देशों के मेहमान यहां पहुंच चुके हैं । स्थानीय लोगों को लग रहा है कि इस बैठक से जहां दुनिया में श्रीनगर का नाम होगा और यहां का पर्यटन बढ़ेगा वही सरकार इस आयोजन को सफल करने में पूरी तत्परता दिखा रही है । चप्पे चप्पे पर सेना की चौकसी के बीच मेहमानो के खिलखिलाते चेहरे भारत की ताकत का भी अहसास करा रहे हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो तो इस बैठक के खिलाफ विलाप करने के लिए पीओके पहुंच गए और खूब जहर उगला है। सिर्फ पाकिस्तान और चीन ही नहीं, कुछ और देशों को भी मिर्ची लगी है । इनमें पाकिस्तान का धार्मिक आका तुर्किए शामिल है । वही तुर्की जहां भूकंप में भारत ने काफी मदद की थी । लेकिन तुर्की पलट गया । उसने अपनी पहचान दिखा दी । चौथे नंबर पर सउदी अरब है तो पांचवां नंबर मिस्र का आता है । ये पांचों देश जी-20 की सख्त मुखालफत कर रहे हैं।
चीन की सपोर्ट पाकर पाकिस्तानी विदेश मंत्री पाकिस्तान के अनधिकृत कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जी-20 का विरोध करने के निकल पड़े । बिलावल ने सोचा होगा कि मुल्क के खराब हालात से शायद जनता का ध्यान कुछ हटा सकेंगे लेकिन पाकिस्तान की अवाम ने उनको ही आइना दिखा दिया।
पाकिस्तानी मीडिया ने जब वहां के लोगों से जी-20 के विरोध पर उनकी राय पूछी तो ऐसा जवाब दिया जिसे सुनकर पाकिस्तान के हुक्मरान भी हैरान रह जाएंगे ।लोगों ने कहा कि आप भारत के कश्मीर को देखें तो पता चलता है कि वह किस तरह से तरक्की कर रहा है । भारत वहां किस तरह के प्रोजेक्ट लगा रहा है। वहीं, हम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को देखें तो हमें यहां से जो कमाना था, वो भी हम न के बराबर कमा रहे हैं। हमें कश्मीर की जिद छोड़नी चाहिए।
एक पाकिस्तानी शख्स ने देश के हुक्मरानों को नसीहत देते हुए कहा पहले जो बड़ी ताकतें थीं, वे पाकिस्तान को अपना गुलाम समझती थीं । अब सउदी अरबिया और यूएई भी आपको गुलाम समझते हैं । आपकी अंदरूनी लड़ाई इतनी ज्यादा है कि आप कश्मीर का मुकदमा पहले ही हार चुके हैं ।हमारे (पाकिस्तानी) वित्त मंत्री कह रहे हैं कि सरकारी कर्मचारियों का इंक्रीमेंट भी तब देंगे जब आईएमएफ बजट अप्रूव करेगा । तो कोई मुल्क आपकी लड़ाई क्यों लड़ेगा।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री कोशिश तो खूब कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनता ही नहीं । उनका पाला पीएम मोदी जैसे अनुभवी और दुनिया भर में लोकप्रिय नेता से है । ये बात पाकिस्तान के लोग तक जान रहे हैं। वहां, के बिलावल भुट्टे की क्षमता पर सवाल उठाते हुए वहां के लोग कहते हैं कि बिलावल ने पूरी उम्र इंग्लैंड में गुजारी है । उनको सही तरह से उर्दू भी नहीं आती, वो हमारे मुद्दों को कैसे उठाएंगे। पाकिस्तान की जनता का कहना है कि हमें भारत का विरोध नहीं करना चाहिए । क्योंकि भारत से पाकिस्तान की कोई बराबरी नहीं है । पाकिस्तान गुलामी की ओर जा रहा है । पाकिस्तानी जनता सेना से भी तंग है और कह रही है कि जनरल अयूब से लेकर जनरल आसिम मुनीर तक, कोई भी संविधान और कानून को नहीं मानता और अपनी मनमानी कर रहे हैं ।